Hindi
Friday 29th of March 2024
0
نفر 0

शांतिपूर्वक रवां दवां अरबईन मिलियन मार्च

अहलेबैत (अ )न्यूज़ एजेंसी अबना :प्राप्त सूत्रों के अनुसार इराक़ के पवित्र शहर कर्बला ए मोअल्ला में सैय्यदुश्शोहदा हज़रत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम और आपके साथियों का चेहलुम मनाया जा रहा है, जिसमें इराक़, ईरान, पाकिस्तान, हिंदुस्तान और दुनिया भर से आए हुए करोड़ों अक़ीदतमंद मौजूद हैं, जो जोश और मुनज़्ज़म तरीक़े से बारगाह ए हुसैनी में मातम कर रहे हैं, और ग़म मना रहे हैं। कर्बला ए मोअल्ला में हज़रत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम और आपके बावफ़ा अस्हाब के चेहलुम में दुनिया के 60 देशों से लाखों लोग शरीक हुए हैं। एक अंदाजे के अनुसार इस समय कर्बला में लगभग तीन करोड़ अज़ादारों का मजमा है, और सड़कें और तमाम रास्ते हुसैनी परवानों से छलक रहे हैं, जिसमें तीन लाख के क़रीब ईरानी ज़ायरीन भी मौजूद हैं। पाकिस्तान, हिंदुस्तान, लेबनान समैत दुनिया भर के दूसरे देशों से भी लाखों की तादाद में अज़ादार कर्बला में सैय्यदुश्शोहदा का चेहलुम बनाने के लिए आए हैं। नजफ़ अशरफ़ और इराक़ के दूसरे शहरों से पैदल सफ़र कर के ज़ायरीन कर्बला ए मोअल्ला पहुंच रहे हैं। इस समय पर सिक्योरिटी के सख़्त इंतेज़ाम किए गए हैं।और दाइशी आतंकवादियों की धमकियों और अहलेबैत के दुश्मनों की साज़िशों के बावजूद हुसैनी परवाने इस अज़ीमुश्शान इजतेमा में शांतिपूर्वक कर्बला की तरफ बढ़ते चले जा रहे हैं। इराक़ के प्रधानमंत्री हैदर अल एबादी ने अरबईन मिलियन मार्च और चेहलुम इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के मजमे की क़द्रदानी करते हुए सिक्योरिटी के बेहतरीन इंतजामात के लिए देश की सेना, पुलिस एवं स्वयंसेवी फोर्स के जवानों और कुर्बानियों की सराहना की है। इराक़ की सरकार के अनुसार अरबईन मिलियन मार्च और चेहलुम इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम की हिफाजत के लिए 35000 सिक्योरिटी को तैनात किया गया है जो पूरी मेहनत एवं जागरुकता के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वाह कर रही है। चेहलुम इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम की पूरी सिक्योरिटी के लिए इराकी सेना तय्यार हैं,साथ ही यह सेना ज़ायरीन की सेवा भी कर रही एवं आतंकवादियों के ख़िलाफ़ भी खड़ी हैं।

0
0% (نفر 0)
 
نظر شما در مورد این مطلب ؟
 
امتیاز شما به این مطلب ؟
اشتراک گذاری در شبکه های اجتماعی:

latest article

अक़्ल और अख़लाक
इमाम जाफ़र सादिक़ अ. का जीवन परिचय
जौशन सग़ीर का तर्जमा
हजरत अली (अ.स) का इन्साफ और उनके ...
बदकारी
हज़रत इमाम महदी अलैहिस्सलाम का ...
दुआ ऐ सहर
हदीसे किसा
पैग़म्बरे इस्लाम (स.) के वालदैन
ख़ड़ा डिनर है ग़रीबुद्दयार खाते ...

 
user comment