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Wednesday 24th of April 2024
Masoumeen
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अमीरूल मोमिनीन हज़रत अली अ.ह

अमीरूल मोमिनीन हज़रत अली अ.ह
13 रजब को अमीरूल मोमिनीन हज़रत अली अलैहिस्सलाम का शुभ जन्म हुआ, आप पैगम्बरे इस्लाम सल्लल्लाहो अलैहे व आलिही वसल्लम के चचाज़ाद भाई हैं और वह इसी नुबूव्वत की छाया में पले बढ़े ...

हज़रत फ़ातेमा ज़हरा (स) के फ़ज़ायल

हज़रत फ़ातेमा ज़हरा (स) के फ़ज़ायल
हज़रत फ़ातेमा ज़हरा (स) और मवद्दतहज़रत फ़ातेमा ज़हरा(स) उन हज़रात में से हैं जिनकी मवद्दत और मुहब्बत तमाम मुसलमानों पर वाजिब की गई है जैसा कि ख़ुदा वंदे आलम ने फ़रमाया:आयत ...

अमीरूल मोमिनीन हज़रत अली अलैहिस्सलाम का जन्मदिन

अमीरूल मोमिनीन हज़रत अली अलैहिस्सलाम का जन्मदिन
आज तेरह रजब है। सलाम हो उस जन्म लेने वाले पर कि जिसके लिए ईश्वर ने अपने घर को जन्म स्थली बनाया और अपने सर्वश्रेष्ठ दूत पैग़म्बरे इस्लाम को उसका सरपरस्त व प्रशिक्षक बनाया ...

इमाम मुहम्मद तक़ी अ. का जीवन परिचय

इमाम मुहम्मद तक़ी अ. का जीवन परिचय
नवें इमाम और इस्मत (अल्लाह तआला की ओर से प्रमाणित निर्दोषिता) के ग्यारहवें चमकते सितारे हज़रत इमाम मुहम्मद तक़ी अलैहिस्सलाम 29 ज़ीकादह सन 220 हिजरी क़मरी को उस समय की हुकूमत ...

हदीसे ग़दीर को छिपाने वाले

हदीसे ग़दीर को छिपाने वाले
बाज़ रिवायात के मुताबिक़ हज़रत अमीरुल मोमिनीन (अ) ने एक मजमे असहाब से कहा कि जो लोग ग़दीर में मौजूद थे और उन्होने हदीसे ग़दीर को सुना है वह खड़े हों और इस मजमे के सामने गवाही ...

इमाम अली नक़ी (अ.स.) के करामात

इमाम अली नक़ी (अ.स.) के करामात
इमाम अली नक़ी (अ.स.) तक़रीबन 29 साल मदीना मुनव्वरा क़याम पज़ीर रहे। आपने इस मुद्दते उमर में कई बादशाहों का ज़माना देखा। तक़रीबन हर एक ने आपकी तरफ़ रूख़ करने से ऐहतिराज़ किया। ...

सबके लिए दुआ करने का फ़ायदा

सबके लिए दुआ करने का फ़ायदा
जब भी तुम में से कोई दुआ करे तो सबके लिए करे क्योंकि ऐसा करने से दुआ के क़ुबूल होने की संभावना प्रबल हो जाती हैः पैग़म्बरे इस्लाम हज़रत मोहम्मद मुस्तफ़ा सल्लल लाहो अलैहि वे ...

इमाम मोहम्मद तक़ी अलैहिस्सलाम

इमाम मोहम्मद तक़ी अलैहिस्सलाम
हिजरी क़मरी कैलेंडर के सातवें महीने रजब को उपासना और अराधना का महीना कहा जाता है जबकि इस पवित्र महीने के कुछ दिन पैग़म्बरे इस्लाम के परिजनों में कुछ महान हस्तियों से जुड़े ...

आशूरा का पैग़ाम, इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम की ज़बानी

आशूरा का पैग़ाम, इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम की ज़बानी
इमाम हुसैन अ.स. का करबला में आ कर ज़ुल्म के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाने का कारण इस्लामी समाज में पैदा की गई वह गुमराहियां और बिदअतें थीं जिसकी बुनियाद सक़ीफ़ा में रखी गई थी, जिसके ...

इमाम असकरी अलैहिस्सलाम और उरूजे फिक्र

इमाम असकरी अलैहिस्सलाम और उरूजे फिक्र
आले मौहम्मद अलैहेमुस्सलाम जो उरूजे फिक्र मे खास मक़ाम रखते है और इमाम हसन असकरी अलैहिस्सलाम उन्ही हज़रात मे की एक कड़ी है।   शिया सुन्नी दोनो के उलामा ने लिखा है कि एक दिन ...

इमाम मूसा काज़िम (अ.ह.) की ज़िंदगी पर एक नज़र।

इमाम मूसा काज़िम (अ.ह.) की ज़िंदगी पर एक नज़र।
 इमाम मूसा काज़िम (अ.ह.) ने विभिन्न अत्याचारी शासकों के दौर में ज़िंदगी बिताई। आपका युग, परिस्थितियों के हिसाब से बहुत दुखद और कठिनाइयों एंव दम घुट जाने वाला दौर था। हर आने ...

हज़रत इमाम सज्जाद अ.स.

हज़रत इमाम सज्जाद अ.स.
नाम व उपाधियाँहज़रत इमाम सज्जाद अलैहिस्सलाम का नाम अली व आपकी मुख्य उपाधियां सज्जाद व ज़ैनुल आबेदीन हैं। सज्जाद अर्थात अत्यअधिक सजदे करने वाला। ज़ैनुल आबेदीन अर्थात ...

जीवन में प्रगति के लिए इमाम सादिक (अ) की नसीहतें

जीवन में प्रगति के लिए इमाम सादिक (अ) की नसीहतें
इमाम सादिक़ (अ) के ज़माने के लोग इमाम (अ) के ज्ञानात्मक और आध्यात्मिक स्थान से भलीभांति परिचित थे इसलिए जब भी उन्हें मुलाक़ात का सौभाग्य प्राप्त होता था तो आपसे नसीहत व ...

कर्बला में औरतों की भूमिका।

कर्बला में औरतों की भूमिका।
अबनाः कर्बला वालों की शहादत और रसूले इस्लाम स.अ के अहलेबैत को बंदी बनाये जाने के दौरान औरतों ने अपनी व़फादारी, त्याग व बलिदान द्वारा इस्लामी आंदोलन में वह रंग भरे हैं जिनकी ...

आशूरा के बरकात व समरात

आशूरा के बरकात व समरात
इस्लाम की फ़तह हुई और मिटने से महफ़ूज़ रहा क्योकि मंसबे इलाही पर ख़ुद ग़ासिब ख़ुद साख़्ता अमीरुल मोमिनीन यज़ीद ने अपने शैतानी करतूतों से इस्लाम के नाम पर इस्लाम को इतना ...

बाज़ार और मछली की कहानी

बाज़ार और मछली की कहानी
इमाम मुहम्मद तक़ी (अ.) जिनकी आयु उस समय लगभग नौ साल थी एक दिन बग़दाद के किसी रास्ते पर खड़े हुए थे और कुछ लड़के वहाँ खेल रहे थे कि अचानक मामून की सवारी दिखाई दी सब लड़के डर कर ...

मुहब्बते अहले बैत के बारे में अहले सुन्नत का नज़रिया

मुहब्बते अहले बैत के बारे में अहले सुन्नत का नज़रिया
अब्दुल क़ाहिर बग़दादी जो पाँचवीं सदी में अहले सुन्नत के एक बुज़ुर्ग आलिम थे उन्हों ने अहले बैत अलैहिमुस्सलाम से मुहब्बत के बारे में अहले सुन्नत के नज़रिये को इस तरह ब्यान ...

हज़रत अली (अ.स.) की नज़र में हज़रते ज़हरा

हज़रत अली (अ.स.) की नज़र में हज़रते ज़हरा
शादी के अगले दिन जब पैगंबर ने अली (अ.स.) से पूछा:ऐ अली तुमने मेरी बेटी जहरा को कैसा पाया? इमाम ने जवाब दिया, फातिमा अल्लाह की इताअत में सबसे अच्छी मददगार ...

जनाबे उम्मे कुलसूम बिन्ते इमाम अली (अ.स)

जनाबे उम्मे कुलसूम बिन्ते इमाम अली (अ.स)
बेशक रसूले अकरम (स.अ.व.व) तथा आपका कुटुम्ब ही सर्वगुण सम्पन्न एवं अनुसरण योग्य है तथा जनाबे उम्मे कुलसूम भी उसी कुटुम्ब की एक महान हस्ती हैं।  जन्मतिथि हज़रते फातेमा ...

दुआ फरज

दुआ फरज
अल्ला हुम्मा कुन ले-वली'य्येकल हुज्जत' इब्निल हसने सलावातोका अ'लय्हे व अ'ला आ'बा-एही फ़ी हाज़े'हिस सा-अ'ते व फ़ी कुल्ले सा-अ'तिन व'लिय्यावं व हाफ़े'जो व क़ा'एदौं व नासे'रों व ...