ट्यूनीशिया में इस्लाम के मूल नियम के उल्लंघन के समाचार हैं।
अलआलम के अनुसार, ट्यूनीशिया में कुछ लोगों ने एक मस्जिद में नमाज़ से संबंधित इस्लाम के मूल नियम का उल्लंघन करते हुए, अपनी नमाज़ क़िबले की विपरीत दिशा में पढ़ी।
इस देश के पश्चिमोत्तरी राज्य जन्दूबा में एक मस्जिद में कुछ चरमपंथी तत्व, क़िबले की विपरीत दिशा में नमाज़ पढ़ते थे, जिससे मस्जिद में मौजूद दूसरे नमाज़ियों के नाराज़ होने पर पुलिस ने इन चरमपंथी तत्वों को गिरफ़्तार कर लिया।
ट्यूनीशिया के धार्मिक मंत्रालय ने एक बयान में सचेत किया कि मस्जिद के माहौल को ख़राब करने और जुमे की नमाज़ के दौरान विघ्न पैदा करना न सिर्फ़ धार्मिक बल्कि क़ानूनी दृष्टि से भी वर्जित है।
ट्यूनीशिया के गृह मंत्रालय ने भी बुधवार को एक बयान में कहा कि राष्ट्रीय गार्ड की इकाइयों ने जन्दूबा राज्य के बूअवान इलाक़े से 6 तकफ़ीरी आतंकियों को गिरफ़्तार किया जो इस इलाक़े की एक मस्जिद में आते-जाते थे।
ट्यूनीशिया के गृह मंत्रालय के बयान में आया है कि गिरफ़्तार हुए तत्वों ने, कई बार रात के समय पढ़ी जाने वाली नमाज़ शुरु होने से कुछ क्षण पहले, मस्जिद में दाख़िल होकर क़िबले की विपरीत दिशा में नमाज़ पढ़ी और अपने इस काम से अन्य नमाज़ियों के क्रोध को भड़काया।
इस बयान में आया है कि ट्यूनीशिया के महान्यायवादी ने इन लोगों को मस्जिद के क़ानून का उल्लंघन करने पर गिरफ़्तार करने का आदेश जारी किया है।
ट्यूनीशिया के धार्मिक मामलों के मंत्रालय ने कुछ मस्जिदों के इमामों को इसलिए मस्जिद से हटा दिया क्योंकि वे जनता को सीरिया में लड़ाई में भाग लेने के लिए उकसाते थे। हटाए गए लोगों में ट्यूनीशिया के पूर्व धार्मिक मामलों के मंत्री नूरुद्दीन अलख़ादेमी भी हैं। (MAQ/N)
source : irib