लेबनान के एक शोधकर्ता तथा राजनैतिक टीककाकार ने वरिष्ठ नेता के पत्र को सत्य व अस्त की पहचान का मानदंड बताया है। इब्राहीम बैरम ने कहा कि इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता आयतुल्लाहिल उज़्मा सैयद अली ख़ामेनेई ने पश्चिमी युवाओं को संबोधित करते हुए जो पत्र भेजा है वह सत्य व अस्त की
लेबनान के एक शोधकर्ता तथा राजनैतिक टीककाकार ने वरिष्ठ नेता के पत्र को सत्य व अस्त की पहचान का मानदंड बताया है।
इब्राहीम बैरम ने कहा कि इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता आयतुल्लाहिल उज़्मा सैयद अली ख़ामेनेई ने पश्चिमी युवाओं को संबोधित करते हुए जो पत्र भेजा है वह सत्य व अस्त की पहचान का स्पष्ट मानदंड है।
उन्होंने युवाओं में बढ़ती पथभ्रष्टता और आतंकवाद की ओर बढ़ते झुकाव की ओर संकेत करते हुए कहा कि ईरान की इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता ने जो पत्र लिखा है वह पश्चिमी युवाओं को वास्तविकता से अवगत कराने का सर्वोत्तम माध्यम है।
इस लेबनानी टीकाकार ने कहा कि पश्चिम में मौजूद पूंजीवादी व्यवस्था पतन की ओर अग्रसर है एसे में आयतुल्लाहिल उज़्मा सैयद अली ख़ामेनेई का पत्र, पश्चिम के लिए नई विचारधारा को प्रस्तुत करता है।
source : abna24