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Monday 25th of November 2024
Masoumeen
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हक़ निभाना मेरे हुसैन का है,

हक़ निभाना मेरे हुसैन का है,
हक़ निभाना मेरे हुसैन का है,दिल ठिकाना मेरे हुसैन का है।  जिसके साये में कायनात है सब,ऐसा नाना मेरे हुसैन का है।  जबसे घर में मेरे सजे है अलम,आना-जाना मेरे हुसैन का ...

अमर सच्चाई, इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम

अमर सच्चाई, इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम
ईश्वर की श्रद्धा और उपासना उनके अस्तित्व में इस प्रकार समा गई थी कि वह बड़े ही आश्चर्यजनक और अनुदाहरणीय व्यक्तित्व के स्वामी हो गए थे।ईश्वर का बोध और ईश्वर के प्रति ...

हज़रत इमाम महदी अलैहिस्सलाम का परिचय

हज़रत इमाम महदी अलैहिस्सलाम का परिचय
हज़रत इमाम महदी अलैहिस्सलाम का परिचय नाम व अलक़ाब हज़रत इमाम महदी अलैहिस्सलाम का नाम हज़रत पैगम्बर(स.) के नाम पर है। तथा आपकी मुख्य़ उपाधियाँ महदी मऊद, इमामे अस्र, ...

हज़रत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम का जीवन परिचय

हज़रत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम का जीवन परिचय
माता पिताहज़रत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के पिता हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम व आपकी माता हज़रत फ़तिमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा हैं। आप अपने माता पिता की द्वितीय सन्तान ...

हज़रत इमाम सज्जाद अलैहिस्सलाम का जीवन परिचय

हज़रत इमाम सज्जाद अलैहिस्सलाम का जीवन परिचय
नाम व अलक़ाब (उपाधियाँ)इमामे सज्जाद अलैहिस्सलाम का नाम अली व आपकी मुख्य उपाधि सज्जाद हैं।माता पिताआपके पिता हज़रत इमामे हुसैन अलैहिस्सलाम व आपकी माता हज़रते शहरबानो ...

शिया शब्द किन लोगों के लिए इस्तेमाल होता है।

शिया शब्द किन लोगों के लिए इस्तेमाल होता है।
 अमीरुल मोमिनीन हज़रत अली अलैहिस्सलाम की बिला फ़स्ल इमामत (अर्थात इस्लामी ईशदूत के बाद, बिना किसी फ़ासले के आपको प्रथम श्रेणी में उनका उत्तराधिकारी स्वीकार करना) का ...

जनाब अब्बास अलैहिस्सलाम का संक्षिप्त जीवन परिचय।

जनाब अब्बास अलैहिस्सलाम का संक्षिप्त जीवन परिचय।
 4 शाबान 26 हिजरी को मदीना में हज़रत अमीरूल मोमेनीन और उम्मुल बनीन के नामवर बेटे जनाबे अब्बास अलैहिस्सलाम का शुभजन्म हुआ। आपकी माँ हेज़ाम बिन खालिद की बेटी थीं, उनका परिवार ...

हज़रत इमाम हसन असकरी अलैहिस्सलाम की शहादत

हज़रत इमाम हसन असकरी अलैहिस्सलाम की शहादत
8 रबीउल अव्वल को हज़रत इमाम हसन अस्करी अलैहिस्सलाम का शहादत दिवस है। उन्होंने अपनी 28 साल की ज़िन्दगी में दुश्मनों की ओर से बहुत से दुख उठाए और तत्कालीन अब्बासी शासक ‘मोतमद’ ...

नौहा

नौहा
तुरबते बेशीर पर कहती थी माँ असग़र उठोकब तलक तन्हाई में सोओगे ऐ दिलबर उठोहै अंधेरा घर में नज़रों में जहाँ तारीक हैकब तलक पिन्हाँ रहोगे ए महे अनवर उठोहम सबों को कै़द करके ...

मुहब्बते अहले बैत के बारे में अहले सुन्नत का नज़रिया

मुहब्बते अहले बैत के बारे में अहले सुन्नत का नज़रिया
अब्दुल क़ाहिर बग़दादी जो पाँचवीं सदी में अहले सुन्नत के एक बुज़ुर्ग आलिम थे उन्हों ने अहले बैत अलैहिमुस्सलाम से मुहब्बत के बारे में अहले सुन्नत के नज़रिये को इस तरह ब्यान ...

दोस्त और दोस्ती की अहमियत

दोस्त और दोस्ती की अहमियत
जहाने बूद व बाश में क़दम रखने से लेकर दारे फ़ानी को विदा कहने तक इंसानी शख़्सियत की तामीर व तशकील, अख़लाक़ी व रूहानी तरबियत, ज़हनी शऊर और फ़िक्री इर्तिक़ा अतराफ़ में मौजूद ...

13 रजब, अमीरूल मोमिनीन हज़रत अली अलैहिस्सलाम का शुभ जन्मदिवस

13 रजब, अमीरूल मोमिनीन हज़रत अली अलैहिस्सलाम का शुभ जन्मदिवस
13 रजब को अमीरूल मोमिनीन हज़रत अली अलैहिस्सलाम का शुभ जन्म हुआ, आप पैगम्बरे इस्लाम सल्लल्लाहो अलैहे व आलिही वसल्लम के चचाज़ाद भाई हैं और वह इसी नुबूव्वत की छाया में पले बढ़े ...

20 सफ़र करबला के शहीदो का चेहलुम

20 सफ़र करबला के शहीदो का चेहलुम
२० सफर सन् ६१ हिजरी कमरी, वह दिन है जिस दिन हज़रत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम और उनके वफादार साथियों को कर्बला में शहीद हुए चालिस दिन हुआ था। पूरी सृष्टि चालिस दिन से हज़रत इमाम ...

मुहाफ़िज़े करबला इमाम सज्जाद अलैहिस्सलाम

मुहाफ़िज़े करबला इमाम सज्जाद अलैहिस्सलाम
तारीख़ के सफ़हात पर ऐसे सरफ़रोशों की कमी नहीं जिन के जिस्म को तो वक्त के ज़ालिमों और जल्लादों ने क़ैदी तो कर दिया लेकिन उन की अज़ीम रुह, उन के ज़मीर को वह क़ैदी बनाने से आजिज़ ...

इमाम रज़ा अलैहिस्सलाम की शहादत

इमाम रज़ा अलैहिस्सलाम की शहादत
इमाम अली रज़ा अलैहिस्सलाम की बहुत उपाधियां हैं जिनमें सबसे प्रसिद्ध रज़ा है जिसका अर्थ है राज़ी व प्रसन्न रहने वाला। इस उपाधि का बहुत बड़ा कारण यह है कि इमाम महान ईश्वर की ...

28 सफ़र रसूले इस्लाम स. और इमाम हसन अ. की शहादत

28 सफ़र रसूले इस्लाम स. और इमाम हसन अ. की शहादत
 इलाही पैग़म्बरों की एक अहेम ज़िम्मेदारी जेहालत, बेदीनी, अंध विश्वास के विरुद्ध संघर्ष और अन्याय, ज़ुल्म और मानवाधिकारों के हनन के ख़ेलाफ़ आंदोलन छेड़ना था। आख़री इलाही ...

ज़ियारते अरबईन की अहमियत

ज़ियारते अरबईन की अहमियत
इमाम हसन असकरी (अ) ने फ़रमायाः पाँच चीज़ें मोमिन और शियों की निशानी हैं 1. 51 रकअत नमाज़ (रोज़ाना की नमाज़ें, नाफ़ेला और नमाज़े शब) 2. ज़ियारते अरबईन इमाम हुसैन (चेहलुम के दिन की ...

हज़रत अली की वसीयत

हज़रत अली की वसीयत
महापुरुष व बुद्धिमान लोग अपने जीवन काल के बेहतरीन अनुभवों को प्रवचन व वसीयत के रूप में ज़बान व क़लम से बयान करते हैं ताकि आने वाले लोगों के लिए जीवन का पाठ बने। हज़रत अली ...

ज़ियारते अरबईन

ज़ियारते अरबईन
सलाम हो हुसैन पर, सलाम हो कर्बला के असीरों पर, सलाम हो कटे हुए सरों पर, सलाम हो प्यासे बच्चों पर, सलाम हो टूटे हुए कूज़ों पर, सलाम हो उन थके हुए क़दमों पर जो चेहलुम पर हुसैन की ...

एक हतोत्साहित व्यक्ति

एक हतोत्साहित व्यक्ति
कभी कभी हमारे जीवन में ऐसी घटनाएं घटती हैं कि जो जाने अन्जाने हमारी भावनाओं को उक्साने का कारण बनती हैं। इनमें से एक, कि जिसका सहन करना अत्यन्त कठिन होता है, हतोत्साह नामक ...