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Thursday 26th of December 2024
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मौत की आग़ोश में जब थक के सो जाती है माँ

मौत की आग़ोश में जब थक के सो जाती है माँ
मौत की आग़ोश में जब थक के सो जाती है माँ तब कहीं जाकर ‘रज़ा‘ थोड़ा सुकूं पाती है माँ   फ़िक्र में बच्चे की कुछ इस तरह घुल जाती है माँ नौजवाँ होते हुए बूढ़ी नज़र आती है माँ   रूह के ...

क़ुरआन पर ज़ेर ज़बर पेश किसने लगाये?

क़ुरआन पर ज़ेर ज़बर पेश किसने लगाये?

क़ुरआन पर ज़ेर ज़बर पेश किसने लगाये?

जवाब- हज़रत अली अलैहिस्सलाम के शागिर्द अबु असवद दौइली ने।

 

सबसे पहली वही कब नाज़िल हुई ?

सबसे पहली वही कब नाज़िल हुई ?

सबसे पहली वही कब नाज़िल हुई ?

जवाब- 27 रजब को।

 

?क़ुरआन मे रसूल के किस सहाबी का नाम लिया गया है ?

?क़ुरआन मे रसूल के किस सहाबी का नाम लिया गया है ?

?क़ुरआन मे रसूल के किस सहाबी का नाम लिया गया है

जवाब- ज़ैद का।

 

इस्लाम में नज़्म व निज़ाम की अहमियत

इस्लाम में नज़्म व निज़ाम की अहमियत
इस्लाम नज़्म व इन्ज़ेबात का दीन है। क्योंकि इस्लाम की बुनियाद इंसान की फ़ितरत पर है और इंसान का वुजूद नज़्म व इन्ज़ेबात से ममलू है इस लिए ज़रूरी है कि इंसान के लिए जो दीन व ...

सवालः क्या बच्चों के सलाम का जवाब देना वाजिब है?

सवालः क्या बच्चों के सलाम का जवाब देना वाजिब है?
सवालः क्या बच्चों के सलाम का जवाब देना वाजिब है? जवाबः अच्छे बुरे की पहचान रखने वाला बच्चे चाहे वह लड़के हों या लड़कियाँ औरतों और मर्दों की तरह़ उनके सलाम का जवाब देना भी ...

ईरान ने की बान की मून से म्यान्मार में तुरंत हस्तक्षेप की मांग

ईरान ने की बान की मून से म्यान्मार में तुरंत हस्तक्षेप की मांग
संयुक्त राष्ट्र संघ में ईरान के स्थाई प्रतिनिधि ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून से म्यान्मार में अल्पसंख्यक मुसलमानों के जातीय सफाए को रुकवाने के लिए तुरंत क़दम ...

नकली खलीफा 5

नकली खलीफा 5
हमने कहा था कि एक रात को हारून रशीद ने अपने वज़ीर जाफ़र बरमकी के साथ भेस बदलकर शहर घुमने का फैसला किया। उनके साथ तलवार चलाने में दक्ष मसरूर नामक व्यक्ति भी था। हारून रशीद इस ...

दीन के कामिल होने का ऐलान किस आयत में हुआ है?

दीन के कामिल होने का ऐलान किस आयत में हुआ है?

दीन के कामिल होने का ऐलान किस आयत में हुआ है?
जवाब- सूर-ए- मायदा आयत न. 3

सब लोग मासूम क्यों नहीं हैं?

सब लोग मासूम क्यों नहीं हैं?
सब लोग मासूम क्यों नहीं हैं?ग़ज़ाली एहयाउल क़ुलूब के रजा (आशा) के भाग में लिखते हैं कि इब्राहीम अदहम का कहना है कि एक बार रात के समय मैं ख़ुदा के घर काबे का तवाफ़ कर रहा था, और ...

?क़ुरआन मे रसूल के किस दुश्मन की नाम लेकर बुराई की गई है

?क़ुरआन मे रसूल के किस दुश्मन की नाम लेकर बुराई की गई है


?क़ुरआन मे रसूल के किस दुश्मन की नाम लेकर बुराई की गई है

जवाब- अबुलहब की।

 

इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च धार्मिक नेता से विभिन्न देशों के राष्ट्रपतियों की मुलाकात

इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च धार्मिक नेता से विभिन्न देशों के राष्ट्रपतियों की मुलाकात
आतंकवाद के विरूद्ध वैश्विक संघर्ष के अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आरंभ कल तेहरान में इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता के संदेश से हुआ। यह सम्मेलन आतंकवाद से संघर्ष के बारे ...

मक्की सूरे किन सूरों को कहा जाता है ?

मक्की सूरे किन सूरों को कहा जाता है ?
मक्की सूरे किन सूरों को कहा जाता है ? जवाब- जो सूरे हिजरत से पहले नाज़िल हुए उनको मक्की कहा जाता है चाहे वह किसी भी मक़ाम पर नाज़िल हुए ...

दुआ-ऐ-मशलूल

दुआ-ऐ-मशलूल
सैय्यद इब्ने तावूस ने अपनी किताब मह्जूले-दावत में हज़रत इमाम हुसैन (अ:स) से रिवायत की है के आप फरमाते हैं की एक शब् मै अपने पदरे बुज़ुर्गवार आली मश्दार हज़रत अली इब्ने अबी ...

भोर में उठने से आत्मा को आनन्द एवं शान्ति प्राप्त होती है

भोर में उठने से आत्मा को आनन्द एवं शान्ति प्राप्त होती है
माहे रमज़ान के पवित्र महीने में कुछ विशेष क्षण होते हैं। इन विशेष क्षणों में सबसे सुंदर क्षण सहर अर्थात भोर के समय के होते हैं। बड़े खेद के साथ कहना पड़ता है कि वर्तमान जीवन ...

आयतल कुर्सी का तर्जमा

आयतल कुर्सी का तर्जमा
2.255: ख़ुदा ही वो ज़ाते पाक है कि उसके सिवा कोई माबूद नहीं (वह) ज़िन्दा है (और) सारे जहान का संभालने वाला है उसको न ऊँघ आती है न नींद जो कुछ आसमानो में है और जो कुछ ज़मीन में है (गरज़ सब ...

दुआए अहद

दुआए अहद
इमाम जाफर अल-सादिक़ (अ:स) से नकल हुआ है की जो शख्स चालीस रोज़ तक हर सुबह इस दुआए अहद तो पढ़े तो वोह इमाम (अ:त:फ) के मददगारों में से होगा और अगर वो इमाम (अ:स) के ज़हूर के पहले मर जाता है ...

सबसे पहले किस सूरे की आयतें नाज़िल हुईं ?

सबसे पहले किस सूरे की आयतें नाज़िल हुईं ?

सबसे पहले किस सूरे की आयतें नाज़िल हुईं ?

जवाब- सूर-ए- अलक़ की पहली सात आयतें।

 

?सूर-ए- दहर किन की मदह में नाज़िल हुआ?

?सूर-ए- दहर किन की मदह में नाज़िल हुआ?

?सूर-ए- दहर किन की मदह में नाज़िल हुआ?

जवाब- सूर-ए- दहर अहलेबैत की मदह में नाज़िल हुआ।

 

नक़ली खलीफा 4

नक़ली खलीफा 4
पुराने समय की बात है, एक रात हारून रशीद ने अपने मंत्री जाफ़र बरमकी और प्रसिद्ध तलवार चलाने वाले मसरूर के साथ वेष बदल कर शहर जाने का फ़ैसला किया ताकि लोगों की स्थिति को निकट ...