Hindi
Thursday 25th of April 2024
Articles
ارسال پرسش جدید

हदीसे किसा

हदीसे किसा
बिसमिल्ला हिर रहमानिर रहीमअन फ़ा'तिमा'तज़ ज़हरा ( अलय्हस-सलाम ) बिनती रसूलिल-लाही सल-लाल-लाहो अलैहे वसल्लम क़ालत : दख़'अला अलैय-या अबी रसूलुल-लाही ( स' ) फ़ी बा'-ज़िल अय-यामी ...

इमाम जाफ़र सादिक़ अलैहिस्सलाम ग़ैरों की ज़बानी

इमाम जाफ़र सादिक़ अलैहिस्सलाम ग़ैरों की ज़बानी
  शियों के छठे इमाम का नाम, जाफ़र कुन्नियत (उपनाम), अबू अब्दुल्लाह, और लक़ब (उपाधि) सादिक़ है। आपके वालिद इमाम मोहम्मद बाक़िर अलैहिस्सलाम और माँ जनाबे उम्मे फ़रवा हैं। आप 17 ...

हजरत अली (अ.स) का इन्साफ और उनके मशहूर फैसले|

हजरत अली (अ.स) का इन्साफ और उनके मशहूर फैसले|
रसूल(स.) के बाद धर्म के सर्वोच्च अधिकारी का पद अल्लाह ने अहलेबैत को ही दिया। इतिहास का कोई पन्ना अहलेबैत में से किसी को कोई ग़लत क़दम उठाते हुए नहीं दिखाता जो कि धर्म के ...

अरफ़ा, दुआ और इबादत का दिन

अरफ़ा, दुआ और इबादत का दिन
दुआ इबादत की रूह है। जो इबादत दुआ के साथ होती है वह प्रेम और परिज्ञान को उपहार स्वरूप लाती है। दुआ ऐसी आत्मिक स्थिति है कि जो इंसान और उसके जन्मदाता के बीच मोहब्बत एवं लगाव ...

आख़री नबी हज़रत मुहम्मद स. का संक्षिप्त जीवन परिचय।

आख़री नबी हज़रत मुहम्मद स. का संक्षिप्त जीवन परिचय।
अहलेबैत न्यूज़ एजेंसी अबना: एक संपूर्ण और बेहतरीन मॉडल की पहचान और उसे अपना मॉडल बनाना हर बामक़सद ज़िन्दगी जीने वाले आदमी की पैदाइशी ज़रूरत है। इसलिये कि इसका ज़िन्दगी के ...

ग़ैबत

ग़ैबत
प्रियः पाठकों !हज़रत आदम (अ. स.) से लेकर पैग़म्बरे इस्लाम (स.) तक सभी नबियों (स.) के मक़सद को पूरा करने वाले, अल्लाह के आख़िरी वली हज़रत इमाम महदी (अ. स.)हैं उनकी ग़ैबत उनकी ज़िन्दगी ...

इमाम हसन(अ)की संधि की शर्तें

इमाम हसन(अ)की संधि की शर्तें
1- माविया को इस शर्त पर सत्ता हस्तान्त्रित की जाती है कि वह अल्लाह की किताब (कुरऑन ) पैगम्बर व उनके नेक उत्तराधिकारियों की शैली के अनुसार कार्य करेगा।2- माविया के बाद सत्ता ...

बिस्मिल्लाह के प्रभाव 4

बिस्मिल्लाह के प्रभाव  4
पुस्तक का नामः कुमैल की प्रार्थना का वर्णन लेखकः आयतुल्लाह अनसारियान   आपने इस के पूर्व लेख मे इस बात का पठन किया होगा कि कि जब तक महबूब ना चाहे उस समय तक प्रार्थना करने ...

ख़ून की विजय

ख़ून की विजय
आज आशूर अर्थात दसवीं मुहर्रम है जो ऐसा दुखों भरा दिन है जिसका सामना करके इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम और उनके साथियों ने धर्म और मानवता की रक्षा की। अत्याचारी शासक का यज़ीद की ...

इस्लाम का मक़सद अल्लामा इक़बाल के कलम से

इस्लाम का मक़सद अल्लामा इक़बाल के कलम से
इक फ़क़्र सिखाता है सय्याद को नख़्चीरीइक फ़क़्र से खुलते हैं असरार-ए-जहाँगीरीइक फ़क़्र से क़ौमों में मिस्कीनी-ओ-दिलगीरीइक फ़क़्र से मिटटी में खासीयत-ए-अक्सीरीइक फ़क़्र है शब्बीरी इस ...

हज़रत अली का जन्म दिवस पुरी दुनिया में श्रद्धा के साथ मनाया गया।

हज़रत अली का जन्म दिवस पुरी दुनिया में श्रद्धा के साथ मनाया गया।
इस्लाम धर्म की महान हस्ती और पैग़म्बरे इस्लाम के उत्तराधिकारी हज़रत अली अलैहिस्सलाम का जन्म दिवस ईरान सहित विश्व भर में बड़ी श्रद्धा के साथ मनाया गया। ईरान में 13 रजब के ...

आशूरा का रोज़ा

आशूरा का रोज़ा
जैसे ही नवासा ए रसूल (स) हज़रत इमाम हुसैन (अ) के क़याम व शहादत का महीना, मोहर्रम शुरु होता है वैसे ही एक ख़ास सोच के लोग इस याद और तज़करे को कमरंग करने की कोशिशें शुरु कर देते ...

इमाम अली नक़ी अलैहिस्सलाम की दुखद शहादत

इमाम अली नक़ी अलैहिस्सलाम की दुखद शहादत
हिजरी क़मरी वर्ष के रजब महीने के तीसरी तारीख़ आ गई है। यह तारीख़ पैग़म्बरे इस्लाम के पौत्र हज़रत इमाम अली नक़ी अलैहिस्सलाम की शहादत की तारीख़ है। इमाम अली नक़ी ...

सुप्रीम लीडर के संदेश से सोशल मीडिया में मची हड़कंप।

सुप्रीम लीडर के संदेश से सोशल मीडिया में मची हड़कंप।
जर्मनी में ईरान के वाणिज्य दूतावास के प्रमुख मुहम्मद मेहदी ईमानी पूर का कहना है कि इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता का संदेश साइबर स्पेस की दुनिया में छा गया है और इसका ...

सूरे रूम की तफसीर

सूरे रूम की तफसीर
सूरे रूम पवित्र क़ुरआन का तीसवां सूरा है। यह सूरा मक्के में उतरा है।जिस वक़्त पैग़म्बरे इस्लाम सल्लल लाहो अलैहि व आलेही व सल्लम मक्के में थे और वहां पर ईश्वर पर आस्था रखने ...

मैराज

मैराज
किताबे मुन्तहल आमाल मे बयान किया गया है कि आयाते क़ुराने करीम और अहादीसे मुतावातिरा से साबित होता है कि परवरदिगारे आलम ने रसुले अकरम स.अ.व.व. को मक्का ए मोअज़्ज़मा से ...

शरीर की रक्षा प्रणाली 1

शरीर की रक्षा प्रणाली 1
पुस्तक का नामः दुआए कुमैल का वर्णन लेखकः आयतुल्लाह अनसारीयान   ईश्वर ने मानव शरीर की रचना करने के उपरान्त अपनी कृपा एंव प्रेम के आधार पर उसके अंदर ऐसी शक्ति प्रदान की ...

इस्लाम में औरत का महत्व।

इस्लाम में औरत का महत्व।
قالَ رسولُ الله صلي الله عليه و آله :  إذا صَلَّتِ المَرأةُ خَمسَها و صامَت شَهرَها و أحصَنَت فَرجَها و أطاعَت بَعلَها فَلَتَدخُلُ الجَنَّةَ مِن أيِّ أبوابٍ شاءَت.हज़रत रसूले इस्लाम स.अ. फ़रमाते हैंः  जब औरत अपनी ...

इमाम अली (अ) ने किसी बुत के सामने सजदा नही किया

इमाम अली (अ) ने किसी बुत के सामने सजदा नही किया
उस्ताद अहमद हसन बाक़ूरी, वज़ीरे अवक़ाफ़े मिस्र तहरीर करते हैं: तमाम असहाब के दरमियान सिर्फ़ इमाम अली (अ) को कर्मल्लाहो बजहहू कहे जाने की वजह यह है कि आपने कभी किसी बुत के ...

हदीसे किसा

हदीसे किसा
बिसमिल्ला हिर रहमानिर रहीमअन फ़ा'तिमा'तज़ ज़हरा ( अलय्हस-सलाम ) बिनती रसूलिल-लाही सल-लाल-लाहो अलैहे वसल्लम क़ालत : दख़'अला अलैय-या अबी रसूलुल-लाही ( स' ) फ़ी बा'-ज़िल अय-यामी ...