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Saturday 18th of January 2025
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इमाम हुसैन अ. के कितने भाई कर्बला में शहीद हुए।

इमाम हुसैन अ. के कितने भाई कर्बला में शहीद हुए।
अहलेबैत न्यूज़ एजेंसी अबना: कर्बला में जिन नेक और अच्छे इंसानों ने सह़ी और कामयाब रास्ते को अपनाया और अपने ज़माने के इमाम के नेतृत्व में बुरे लोगों के मुक़ाबले, अपनी ख़ुशी ...

दुआए कुमैल का वर्णन1

दुआए कुमैल का वर्णन1
पुस्तक का नामः दुआए कुमैल का वर्णन लेखकः आयतुल्लाह अनसारीयान   بِسمِ أللہ ألرَّحمٰنِ ألرَّحِیم أَللَّھُمَّ إِنِّی أَسأَلُکَ بِرَحمَتِکَ أَلَّتِی وَسِعَت کُلَّ شَیئ وَ بِقُوَّتِکَ أَلَّتِی قَھَرتَ بِھَا کُلَّ ...

भोर में उठने से आत्मा को आनन्द एवं शान्ति प्राप्त होती है

भोर में उठने से आत्मा को आनन्द एवं शान्ति प्राप्त होती है
माहे रमज़ान के पवित्र महीने में कुछ विशेष क्षण होते हैं। इन विशेष क्षणों में सबसे सुंदर क्षण सहर अर्थात भोर के समय के होते हैं। बड़े खेद के साथ कहना पड़ता है कि वर्तमान जीवन ...

ग़ीबत

ग़ीबत
ग़ीबत यानी पीठ पीछे बुराई करना है, ग़ीबत एक ऐसी बुराई है जो इंसान के मन मस्तिष्क को नुक़सान पहुंचाती है और सामाजिक संबंधों के लिए भी ज़हर होती है। पीठ पीछे बुराई करने की ...

अफ़ग़ानिस्तान से अमरीकी सैनिकों की वापसी

अफ़ग़ानिस्तान से अमरीकी सैनिकों की वापसी
अमरीका के राष्ट्रपति बाराक ओबामा ने देश की जनता को वचन दिया है कि अफ़ग़ानिस्तान से अमरीकी सैनिकों की वापसी आरंभ होगी। ओबामा ने कहा कि जुलाई महीने से दस हज़ार सैनिकों की ...

क़ुरआन और इल्म

क़ुरआन और इल्म
बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीमक़ुरआन और इल्म क़ुरआन और इल्म के रिश्ते को समझने के लिए इतना काफ़ी है कि क़ुरआन आलमें इंसानियत की रहबरी के लिए आया है और आलमे इंसानियत का कमाल ...

दुआए अहद

दुआए अहद
इमाम जाफर अल-सादिक़ (अ:स) से नकल हुआ है की जो शख्स चालीस रोज़ तक हर सुबह इस दुआए अहद तो पढ़े तो वोह इमाम (अ:त:फ) के मददगारों में से होगा और अगर वो इमाम (अ:स) के ज़हूर के पहले मर जाता है ...

दुआए अहद

दुआए अहद
इमाम जाफर अल-सादिक़ (अ:स) से नकल हुआ है की जो शख्स चालीस रोज़ तक हर सुबह इस दुआए अहद तो पढ़े तो वोह इमाम (अ:त:फ) के मददगारों में से होगा और अगर वो इमाम (अ:स) के ज़हूर के पहले मर जाता है ...

शिया और इस्लाम

शिया और इस्लाम
क़ुरआने करीम इस्लाम के अलावा किसी अन्य धर्म को इस अर्थ मे मान्यता नही देता। जैसे कि क़ुरआने करीम के सूरए आलि इमरान की आयत न. 19 में वर्णन हुआ कि “इन्ना अद्दीना इन्दा अल्लाहि ...

आशूरा का रोज़ा

आशूरा का रोज़ा
जैसे ही नवासा ए रसूल (स) हज़रत इमाम हुसैन (अ) के क़याम व शहादत का महीना, मोहर्रम शुरु होता है वैसे ही एक ख़ास सोच के लोग इस याद और तज़करे को कमरंग करने की कोशिशें शुरु कर देते ...

नहजुल बलाग़ा में हज़रत अली के विचार

नहजुल बलाग़ा में हज़रत अली के विचार
हज़रत अली अलैहिस्सलाम समस्त मानवीय सदगुणों में पैग़म्बरे इस्लाम सल्लल्लाहो अलैहि व आलेही व सल्लम का आइना थे। हज़रत अली अलैहिस्सलाम एसी महान हस्ती थे जिसके बारे में ...

दुआ फरज

दुआ फरज
अल्ला हुम्मा कुन ले-वली'य्येकल हुज्जत' इब्निल हसने सलावातोका अ'लय्हे व अ'ला आ'बा-एही फ़ी हाज़े'हिस सा-अ'ते व फ़ी कुल्ले सा-अ'तिन व'लिय्यावं व हाफ़े'जो व क़ा'एदौं व नासे'रों व ...

हज़रते क़ासिम बिन इमाम हसन अ स

हज़रते क़ासिम बिन इमाम हसन अ स
क़ासिम इमाम हसन बिन अली (अ) के बेटे थे और आप की माता का नाम “नरगिस” था मक़तल की पुस्तकों ने लिखा है कि आप एक सुंदर और ख़ूबसरत चेहरे वाले नौजवान थे और आपका चेहरा चंद्रमा की ...

इमाम हुसैन का छः महीने का सिपाही "अली असग़र"

इमाम हुसैन का छः महीने का सिपाही "अली असग़र"
इमाम हुसैन (अ) का दूध पीता बच्चा अब्दुल्लाह बिन हुसैन जो कि अली असग़र के नाम से प्रसिद्ध है उनकी माँ का नाम रबाब था जो कि इमरउल क़ैस बिन अदी बिन औस बिन जाबिर बिन कअब बिन अलीम ...

हज़रते ज़हरा स0 का अक़्द और उसके इम्तेयाज़ात

हज़रते ज़हरा स0 का अक़्द और उसके इम्तेयाज़ात
तमाम हम्द व सिपास है उस ज़ात के लिए कि जिसने तमाम मख़लूक़ात को इंसान के लिए ख़ल्क़ किया और इंसान को ख़ुद अपने लिए ख़ल्क़ करके उसकी ग़रज़े ख़िलक़त को भी वाज़ेह कर दिया। मैंने ...

इमाम महदी (अ.स) से शिओं का परिचय

इमाम महदी (अ.स) से शिओं का परिचय
चूँकि हज़रत इमाम महदी (अज्जल अल्लाहु तआला फरजहु शरीफ) का जन्म बहुत ही गुप्त रूप से हुआ था, इस वजह से यह डर था कि शिया आखरी इमाम की पहचान में ग़लत फ़हमी या भटकाव का शिकार हो ...

हज़रत इमाम हसन अलैहिस्सलाम

हज़रत इमाम हसन अलैहिस्सलाम
माता पिताहज़रत इमाम हसन अलैहिस्सलाम के पिता हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम तथा आपकी माता हज़रत फ़ातिमा ज़हरा थीं। आप अपने माता पिता की प्रथम संतान थे।जन्म तिथि व जन्म ...

हज़रत हमज़ा इब्ने इमाम काज़िम अलैहिस्सलाम

हज़रत हमज़ा इब्ने इमाम काज़िम अलैहिस्सलाम
शहरे रै (तेहरान/ईरान) मे जिन सादात की क़ब्रे हैं उन मे से एक जलीलुल कद्र इमामज़ादे हज़रते हमज़ा है आपके बारे मे  बयान किया जाता है कि आप एक आलिम, फाज़िल और मुत्तक़ी व ...

सलाह व मशवरा

सलाह व मशवरा
कामों में दूसरों से मशवरा करो।समाजी तरक़्क़ी का एक पहलू मशवरा करना है। मशवरा यानी मिलकर फ़िक्र करना। इसमें कोई शक नही है कि जो लोग मशवरा करते हैं, उनमें अक़्ल व फ़िक्र ...

हज़रत अली द्वारा किये गये सुधार

हज़रत अली द्वारा किये गये सुधार
अपने पाँच वर्षीय शासन काल मे विभिन्न युद्धों, विद्रोहों, षड़यन्त्रों, कठिनाईयों व समाज मे फैली विमुख्ताओं का सामना करते हुए हज़रतअली ने तीन क्षेत्रो मे सुधार किये जो ...