इससे पहले वाली कड़ी में हम ने उल्लेख किया था कि हज़रत यूसुफ़ (अ) को निर्दोष होने के बावजूद जेल में डाल दिया गया। दो और युवाओं को भी उसी समय हज़रत यूसुफ़ के साथ जेल में डाला ...
पैग़म्बरे इस्लाम सल्लल्लाहो अलैहे व आलेही वसल्लम ने कहा कि हे अली, जिब्राईल ने मुझे तुम्हारे बारे में एक एसी सूचना दी है जो मेरे नेत्रों के लिए प्रकाश और हृदय के लिए आनंद बन ...
सैय्यद ताजदार हुसैन ज़ैदी
इमाम हुसैन (अ) की शहादत के बाद जब यह लुटा हुआ क़ाफ़ेला एक शहर से दूसरे शहर दर ब दर भटकता हुआ कूफ़े से होता हुआ शाम (सीरिया) पहुँचा और शाम के बाज़ार ...
दुआ इबादत की रूह है। जो इबादत दुआ के साथ होती है वह प्रेम और परिज्ञान को उपहार स्वरूप लाती है। दुआ ऐसी आत्मिक स्थिति है कि जो इंसान और उसके जन्मदाता के बीच मोहब्बत एवं लगाव ...
शिया की परिभाषा और उसके विभिन्न अर्थों की जानकारी प्राप्त हो जाने के बाद अब शिया समुदाय के इतिहास और उसकी उत्पत्ति के बारे में अनुसंधान की आवश्यकता है। इस ...
अहलेबैत न्यूज़ एजेंसी अबना: कर्बला में जिन नेक और अच्छे इंसानों ने सह़ी और कामयाब रास्ते को अपनाया और अपने ज़माने के इमाम के नेतृत्व में बुरे लोगों के मुक़ाबले, अपनी ख़ुशी ...
किस शेर की आमद है कि रन काँप रहा है
रुस्तम का जिगर ज़ेर-ए-कफ़न काँप रहा है
हर क़स्र-ए-सलातीन-ए-ज़मन काँप रहा है
सब एक तरफ़ चर्ख़-ए-कुहन काँप रहा है
शमशीर-बकफ़ देख के हैदर के पिसर ...
কারবালার যুদ্ধ ইসলামের ইতিহাসের সবচেয়ে করুণ ও হূদয়বিদারক ঘটনা । ৬১ হিজরী মোতাবেক ১০ই মহররম কারবালার ময়দানে ইমাম হোসাইন (রা.) ও ইয়াজিদ বাহিনীর মধ্যে এ অসম যুদ্ধ সংঘটিত হয়। ...
माहे रजब की दुआऐंरजब के पहले दिन और रात की मख्सूस दुआ1) हज़ूरे अकरम (स:अ:व:व) की सीरत थी की जब रजब का चाँद देखते थे तो यह दुआ पढ़ते थे:اَللّٰھُمَّ بَارِکْ لَنٰا فِی رَجَبٍ وَ شَعْبانَ وَ بَلَّغْنَا ...
लेखक: आयतुल्लाह हुसैन अनसारियान
किताब का नाम: शरहे दुआ ए कुमैल
हमने इस से पूर्व गुरुवार रात्रि के लेख मे गुरुवार रात्रि का महत्व बताते हुए कहा था कि प्रार्थना के लिए ...
नाम व अलक़ाब (उपाधियाँ)आपका नाम मुहम्मद इब्ने अब्दुल्लाह व आपके अलक़ाब मुस्तफ़ा, अमीन, सादिक़,इत्यादि हैं। माता पिताहज़रत पैगम्बर के पिता का नाम अब्दुल्लाह था जो ;हज़रत ...
आज पैग़म्बरे इस्लाम के एक पौत्र इमाम हसन असकरी का शहादत दिवस है। आज एक ऐसा अवसर है जिसमें हम इस महापुरूष के जीवन की पुस्तक का एक पृष्ठ खोलकर उनकी विचारधारा और उनकी जीवनशैली ...
एक बार इमाम बाक़िर (अ.स.) ने अमवी बादशाह हश्शाम बिन अब्दुल मलिक के हुक्म पर अनचाहे तौर पर शाम का सफर किया और वहा से वापस लौटते वक्त रास्ते मे एक जगह लोगो को जमा देखा और जब आपने ...
क्या आप महान व सर्वसमर्थ ईश्वर से प्रेम करने वाले व्यक्तियों को पहचानते हैं? ईश्वर से प्रेम करने वालों का हृदय उसके प्रेम में डूबा होता है। वे लोगों की समस्याओं का समाधान ...
अब्बासी शासक हारून बड़ा अत्याचारी एवं अहंकारी शासक था। वह स्वयं को समस्त चीज़ों और हर व्यक्ति से ऊपर समझता था।
वह विश्व के बड़े भूभाग पर शासन करता और अपनी सत्ता पर गर्व ...
जनाबे उम्मुल बनीन हज़रत अब्बास अ.स की माँ थीं कि जो कूफ़ा या उसके आस पास के इलाक़े मे पैदा हुईं। असली नाम आप का असली नाम फ़ातिमा-ए-कलाबिया था। माता पिता जनाबे उम्मुल ...
इमाम जाफर अल-सादिक़ (अ:स) से नकल हुआ है की जो शख्स चालीस रोज़ तक हर सुबह इस दुआए अहद तो पढ़े तो वोह इमाम (अ:त:फ) के मददगारों में से होगा और अगर वो इमाम (अ:स) के ज़हूर के पहले मर जाता है ...
नाम व लक़ब (उपाधि)हज़रत इमाम सादिक़ अलैहिस्सलाम का नाम जाफ़र व आपका मुख्य लक़ब सादिक़ है। माता पिताहज़रत इमाम सादिक़ अलैहिस्सलाम के पिता हज़रत इमाम हज़रत इमाम बाक़िर ...