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Saturday 6th of July 2024
History of Islam
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वुज़ू के वक़्त की दुआऐ

वुज़ू के वक़्त की दुआऐ
वह दुआएं जिनका वुज़ू के वक़्त पढ़ना मुस्तहब है। 270 वुज़ू करने वाले इंसान की नज़र जब पानी पर पड़े तो यह दुआ पढ़े- बिस्मिल्लाहि व बिल्लाहि व अलहम्दु लिल्लाहि अल्लज़ी जअला अल ...

सहाबा अक़्ल व तारीख़ की दावरी में

सहाबा अक़्ल व तारीख़ की दावरी में
हमारा अक़ीदह है कि पैग़म्बरे इस्लाम के असहाब में बहुत से लोग बड़े फ़िदाकार बुज़ुर्ग मर्तबा व बाशख़्सियत थे। क़ुरआने करीम व इस्लामी रिवायतों में उनकी फ़ज़ीलतो का ज़िक्र ...

हज़रत पैगम्बरे इस्लाम(स.) का जीवन परिचय व चरित्र चित्रण

हज़रत पैगम्बरे इस्लाम(स.) का जीवन परिचय व चरित्र चित्रण
नाम व अलक़ाब (उपाधियां) आपका नाम मुहम्मद व आपके अलक़ाब मुस्तफ़ा, अमीन, सादिक़,इत्यादि हैं। माता पिता हज़रत पैगम्बर के पिता का नाम  अब्दुल्लाह था जो ;हज़रत अबदुल मुत्तलिब ...

लब पे आती है दुआ बन के तमन्ना मेरी

लब पे आती है दुआ बन के तमन्ना मेरी
लब पे आती है दुआ बन के तमन्ना मेरीज़िंदगी शम्अ की सूरत हो ख़ुदाया मेरी!दूर दुनिया का मेरे दम से अँधेरा हो जाए!हर जगह मेरे चमकने से उजाला हो जाए!हो मेरे दम से यूँही मेरे वतन की ...

अज़ादारी परंपरा नहीं आन्दोलन है 2

अज़ादारी परंपरा नहीं आन्दोलन है 2
  कर्बला की घटना इतिहास की सीमित घटनाओं में से एक है और इतिहास की दूसरी घटनाओं में इसका एक विशेष स्थान है। यद्यपि कर्बला की घटना सन् ६१ हिजरी क़मरी की है परंतु १४ शताब्दियां ...

इस्लाम मक्के से कर्बला तक भाग 2

इस्लाम मक्के से कर्बला तक भाग 2
  लोगों का मानना है कि इसी समय हज़रत अबू तालिब ने भी इस्लाम कुबूल कर लिया था लेकिन मक्के के हालात देखते हुए उन्होंने इसकी घोषणा करना मुनासिब नहीं समझा. जब यह चाल भी नाकाम हो ...

पंद्रह मोहर्रम हुसैनी क़ाफ़िले के साथ

पंद्रह मोहर्रम हुसैनी क़ाफ़िले के साथ
  अहले हरम की शाम की तरफ़ रवानगी इतिहास की किताबों में आया है कि "इबने ज़ियाद" ने एक (या कई) दिनों तक कर्बला के शहीदों के सरों को कूफ़ा शहर की गलियों कूचों और महल्लों में ...

सूर –ए- अनआम की तफसीर 2

सूर –ए- अनआम की तफसीर 2
पवित्र क़रआन के सूरए अनआम की 32वीं आयत में आया हैः संसार का जीवन खेल तमाशे के अतिरिक्त कुछ नहीं और परलोक, ईश्वर से डरने वालों के लिए सबसे अच्छा ठिकाना है। क्या तुम चिंतन नहीं ...

मुश्किलें इंसान को सँवारती हैं

मुश्किलें इंसान को सँवारती हैं
आज, जिस इंसान ने अपने लिए ऐशो आराम के तमाम साज़ो सामान मुहिय्या कर लिए हैं, वह उसी इंसान की नस्ल से है जो शुरु में गुफ़ाओ और जंगलों में ज़िन्दगी बसर करता था और जिसको चारों ...

इस्लामी संस्कृति व इतिहास-1

इस्लामी संस्कृति व इतिहास-1
 इस्लामी संस्कृति व सभ्यता, मानव इतिहास की सबसे समृद्ध सभ्यताओं में से एक है। यद्यपि इस संस्कृति में, जो इस्लाम के उदय के साथ अस्तित्व में आई, बहुत अधिक उतार-चढ़ाव आए हैं ...

संतान प्राप्ति हेतु क़ुरआनी दुआ

संतान प्राप्ति हेतु क़ुरआनी दुआ
दुआ # 1 – सुरः बक़रा (2/117) – आयात # 117.2.117: (वही) आसमान व ज़मीन का मोजिद है और जब किसी काम का करना ठान लेता है तो उसकी निसबत सिर्फ कह देता है कि ''हो जा'' पस वह (खुद ब खुद) हो जाता है.दुआ # 2 – ...

हज़रत अब्बास अलैहिस्सलाम के जन्मदिवस के अवसर पर विशेष

हज़रत अब्बास अलैहिस्सलाम के जन्मदिवस के अवसर पर विशेष
चार शाबान एसे महान व्यक्ति का शुभ जन्म दिवस है जिसका नाम इतिहास में निष्ठा और त्याग का पर्याय बन चुका है। शाबान महीने की चार तारीख़ को हज़रत अली अलैहिस्सलाम के सुपुत्र ...

इस्लाम मक्के से कर्बला तक भाग 1

 इस्लाम मक्के से कर्बला तक भाग 1
       मुसलमानों का मानना है कि हर युग और हर दौर मैं अल्लाह ने इस धरती पर अपने दूत(संदेशवाहक/पैग़म्बर), अपने सन्देश के साथ इस उद्देश्य के लिए भेजे हैं कि अल्लाह के यह दूत ...

इतिहास रचने वाली कर्बला की महिलाएं

इतिहास रचने वाली कर्बला की महिलाएं
बहुत से महापुरुष और वे लोग जिन्होंने इतिहास में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है, उनकी सफलता के पीछे दो प्रकार की महिलाओं का बलिदान और त्याग रहा है। पहला गुट उन मोमिन और ...

इमाम मोहम्मद तक़ी अलैहिस्साम

इमाम मोहम्मद तक़ी अलैहिस्साम
पैग़म्बरे इस्लाम हज़रत मुहम्मद मुस्तफ़ा सल्लल्लाहो अलैहे वआलेही वसल्लम के अहलेबैत में से हर एक अपने समय में इल्म और कमाल व परिपूर्णता की निगाह से बेमिसाल था। वह अपने समय ...

वहाबियत, वास्तविकता व इतिहास 1

वहाबियत, वास्तविकता व इतिहास 1
वहाबियत की आधारशिला रखने वाले इब्ने तैमिया ने अपने पूरे जीवन में बहुत सी किताबें लिखीं और अपनी आस्थाओं का अपनी रचनाओं में उल्लेख किया है। उन्होंने ऐसे अनेक फ़त्वे दिए जो ...

ग़दीर पर रसूले इस्लाम (स.अ.) का विशेष ध्यान

ग़दीर पर रसूले इस्लाम (स.अ.) का विशेष ध्यान
 हज़रत मोहम्मद मुस्तफ़ा सल्लल्लाहो अलैहे व आलेही वसल्लम को भी ग़दीर का उतना ही ख़्याल था जितना की अल्लाह को, और उस साल बहुत सारी क़ौमें और क़बीलें हज के सफ़र पर निकले ...

दुआ कैसे की जाए

दुआ कैसे की जाए
दुआ एक ऐसी चीज़ है जिससे इस दुनिया का कोई भी इन्सान इन्कार नहीं कर सकता है और हर इन्सान अपने जीवन में किसी न किसी चीज़ के लिये दुआ करते हुए दिखाई देता है।   मासूमीन की सीरत और ...

उमर ने वसीयत नामा लिखे जाने में रुकावट क्यों की

उमर ने वसीयत नामा लिखे जाने में रुकावट क्यों की
यह सवाल हर शख्स के ज़हन में आता है कि उमर बिन ख़त्ताब और उनके तरफ़दारों ने पैग़म्बरे अकरम (स) की तदबीर अमली होने में रुकावट क्यों पैदा की? क्या आँ हज़रत (स) ने रोज़े क़यामत तक ...

इमाम शाफेई

इमाम शाफेई
अबू अब्दिल्ला मुहम्मद इबने इदरीस इब्ने अब्बास शाफेअ, शाफेई मज़हब के संस्थापक और अध्यक्ष हैं। आप अहले सुन्नत के तीसरे इमाम हैं और इमाम शाफेई के नाम से मशहूर हैं। आप का ...