अबनाः इस्लामी गणराज्य ईरान के खुफिया मंत्रालय ने घोषणा की है कि राजधानी तेहरान में हालिया आतंकवादी हमलों के मास्टरमाइंड और सरगना को इमामे ज़माना (अ) के गुमनाम सिपाहियों ने मार गिराया है।
प्रेस टीवी की रिपोर्ट के अनुसार ईरान के खुफिया मंत्रालय के प्रमुख हज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन सैयद महमूद अल्वी ने कहा है कि राजधानी तेहरान में हालिया आतंकवादी हमलों के मास्टरमाइंड और सरग़ना को इमामे ज़माना के गुमनाम सिपाहियों ने मार डाला है। उन्होंने कहा कि पिछले एक महीने में ईरानी सुरक्षाबलों ने कई आतंकवादी टीमों को गिरफ्तार किया है। हमने पिछले महीने प्रतिदिन एक या दो आतंकवादी टीमों को गिरफ्तार किया है। इमामे ज़माना (अ) के गुमनाम सिपाहियों ने इस संबंध में कई आतंकवादी हमलों को समय से पहले ही विफल बना दिया, लेकिन इसे जनता में दहशत फैलने की आशंका की वजह से आम नहीं किया गया।
उन्होंने कहा कि ईरान की संसद और हज़रत इमाम खुमैनी (रह) के मजार पर फायरिंग और आत्मघाती धमाकों का मास्टरमाइंड और मुख्य कमांडर ईरानी सुरक्षाबलों की कार्रवाई में मारा गया जबकि आतंकवादी हमले से संबंधित सात अन्य लोगों को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।
मिस्टर अल्वी ने कहा कि इमाम ज़माना (अ) के गुमनाम सिपाहियों ने जो 42 या 43 आतंकवादी गिरफ्तार किए हैं उनमें कुछ ने तेहरान में होने वाले आतंकवादी हमलों में सहायता प्रदान की।
गौरतलब है कि बुधवार को होने वाले ईरानी संसद हज़रत इमाम खुमैनी (रह) के मज़ार पर हमले में 17 लोग शहीद और 52 घायल हो गए थे ईरानी सुरक्षाबलों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए आतंकवादियों को ईरानी संसद के जारी सत्र में जाने से रोक दिया और संसद का असली गेट बंद कर दिया जिसकी वजह से आतंकवादी अपने असली लक्ष्य तक पहुँचने में बुरी तरह विफल रहे फिर वह संसद के आफिस सेक्शन में घुस गए और वहां उन्होंने बेगुनाह लोगों को अपनी बर्बरता का निशाना बनाकर 17 लोगों को शहीद दिया।
ईरानी सुरक्षाबलों ने आतंकवादियों को संसद के ऑफिस विभाग के एक भाग में घेरे में लेकर मार गिराया। सूत्रों के मुताबिक इस्लामी रिवोल्यूशनरी गार्ड सिपाहे पासदारान और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई के परिणाम स्वरूप अमेरिकी और सऊदी वहाबी आतंकवादी अपने नापाक इरादों तक पहुँचने में विफल रहे जबकि ईरानी संसद का सत्र भी जारी रहा उधर इमाम खुमैनी (रह) के मज़ार पर हमला करने वाले एक आतंकवादी को पुलिस ने मौके पर ही मार गिराया जबकि दूसरे ने खुद को विस्फोट से उड़ा दिया। आतंकवादी केवल एक निहत्थे माली को ही शहीद कर पाने में कामयाब हो सके।