कनैडियन थिंकटैंक {The Centre for Research on Globalization} दि सेंटर फॉर रिसर्च ऑन ग्लोबलाइजेशन ने मिडिल ईस्ट तथा लेबनान में जारी गतिरोध विशेषकर अरसाल में आंतकियों के विरुद्ध युद्ध में हिज़्बुल्लाह की प्रभावी भूमिका का उल्लेख करते हुए कहा कि हिज़्बुल्लाह के बिना लेबनान की सुरक्षा का कोई महत्त्व नहीं है लेबनान की रक्षा के लिए हिज़्बुल्लाह का होना बहुत आवश्यक है । उन्होंने लेबनान के नेता साद हरीरी की अमेरिकी यात्रा पर हिज़्बुल्लाह के विरुद्ध उनके बयान की आलोचना करते हुए कहा कि उन्होंने ट्रम्प से यह नहीं पूछा कि लेबनान को मिलने वाली अमेरिकी सहायता कितनी होगी ? अमेरिकी सहायता से लेबनान आर्मी के उच्चाधिकारियों का कुछ वेतन बढ़ सकता है लेकिन क्या अमेरिकी हथियार लेबनान को इस्राईल के अतिक्रमण से बचाने के लिए काफी होंगे ? सिर्फ हिज़्बुल्लाह ही है जो लेबनान की रक्षा करने तथा लेबनान वासियों की सेवा करने में सक्षम हैं । मिडिल ईस्ट में शक्ति संतुलन बदल रहा है पश्चिमी शक्तियां अपनी हैसियत और रुतबा खो चुकी हैं ।