अहलेबैत (अ )न्यूज़ एजेंसी अबना : प्राप्त सूत्रों के अनुसार जमीयत उलेमा ए पाकिस्तान के मशहूर अहले सुन्नत विद्वान मौलाना क़ारी अहमद नूरानी ने कहा कि अमेरीका विश्व पर अपना ऐकाधिकार समझता है, जब भी किसी शांति समझौते की बात हो, हथियार पर पाबंदी का कोई समझौता हो, नीटो के नाम पर कोई समझौता हो, क्षेत्र की मदद और तरक्क़ी की बात हो या किसी और नाम पर कोई समझौता हो उन सब में अमेरिका सिर्फ दिखावे की हद तक सामने रहता है। हर जगह अमेरिका अपनी मनमानी करता है उसे सिर्फ़ अपने फ़ायदे दिखाई देते हैं। ईरान के मामले पर भी उसने यही रास्ता अपनाया, जब पांच बड़ी शक्तियों ने ईरान के साथ समझौता कर लिया तो अब अमरीकी राष्ट्रपति को समझौते के बारे में कुछ नई बातें याद आ रही हैं। क़ारी अहमद नूरानी ने कहा कि अमेरिका मौजूदा बादशाह फिरऔन है, अगर हम इतिहास देखें तो पता चलता है कि फिरऔन और नमरूद का रवैया भी वही था जो आज अमेरिका का है। वह लोग भी ज़ालिम थे, अमेरिका भी शांति का दुश्मन है, किसी का सुकून और चैन उसे बर्दाश्त नहीं है। फ़र्क सिर्फ़ यह है कि नमरुद ने हज़रत इब्राहीम को आग में डाला था, परंतु आज अमेरिका के पास मोडर्न हथियार हैं, जिससे वह दुनिया को डराता धमकाता है। जहां चाहता है सेना ले जाता है, युद्ध करता है, ईरान के मामले पर अमेरिका के हवाले से क़ारी अहमद नूरानी ने कहा कि अमेरिका गीदड़ भभकी से ईरान को दबाव में लेना चाह रहा है, वह जानता है कि ईरान एक बड़ी शक्ति है, उसको पता है कि ईरान ने खुद को पिछले मुकाबले में बहुत अधिक मज़बूत कर लिया है, ईरान को हराना आसान नहीं है, जो सुप्रीम लीडर की सरपरस्ती में तरक़्क़ी की मंजिलें तय कर रहा है, लेकिन शायद अमेरिका को इस बात का पता नहीं है। साथ ही क़ारी अहमद नूरानी ने कहा कि अमेरिका अगर ईरान पर पाबंदियां लगाए तो इससे समस्त विश्व को नुक़सान पहुंचेगा एवं अमेरिका भी इस तूफ़ान से बचा नहीं रह सकेगा।