Hindi
Sunday 7th of July 2024
0
نفر 0

नमाज़े जमाअत की फ़ज़ीलत

नमाज़े जमाअत की फ़ज़ीलत

एक नमाज़े जमाअत घर में पढ़ी जाने .......से बेहतर है।


रसूले इस्लाम स.अ ने फ़रमायाः
صَلاةُ الرَّجُلِ فِي جَمَاعَةٍ خَيْرٌ مِنْ صَلاتِهِ فِي بَيْتِهِ أرْبَعِينَ سَنَةً.
एक नमाज़े जमाअत घर में पढ़ी जाने वाली 40 साल की फ़ुरादा नमाज़ से बेहतर है।
(मुस्तदरकुल वसाएल ज 6 पेज 446)

0
0% (نفر 0)
 
نظر شما در مورد این مطلب ؟
 
امتیاز شما به این مطلب ؟
اشتراک گذاری در شبکه های اجتماعی:

latest article

इस्लाम शान्ति पसन्द है
दीन क्या है?
अँबिया अल्लाह के फ़रमाँ बरदार ...
इमाम अली अ.स. एकता के महान प्रतीक
क़ियामत और शफ़ाअत
रहबर हुसैन हैं
अपनी परेशानी लोगों से न कहो
मस्ला-ए-तवस्सुल
वहाबियत और मक़बरों का निर्माण
हस्त मैथुन जवानी के लिऐ खतरा

 
user comment