ईरान आर्थिक पाबंदियों के बावजूद लगातार आगे बढ़ रहा है और दुश्मन शक्तियों के खिलाफ़ अकेला खड़ा है.....
अहलेबैत (अ )न्यूज़ एजेंसी अबनाः प्राप्त सूत्रों के अनुसार ईरान परमाणु समझौते से अमेरिका के निकल जाने और नई पाबंदियां लगाए जाने पर इमामे जुमा मौलाना सैयद कल्बे जवाद नक़वी ने तीव्र प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि आख़िर अमेरिका को परमाणु समझौते से निकलने की इतनी बेचैनी क्यों थी।
इस्राईल फ़र्ज़ी फाइलें दिखाकर विश्व को ईरान के खिलाफ क्यों उकसाना चाह रहा है।
सच तो यह है कि साम्राज्यवादी शक्तियां सीरिया और इराक़ में हार चुकी हैं। साज़िश यह थी कि दाइश आतंकवादी तालिबान और अन्य आतंकवादी संगठनों के द्वारा मुसलमानों को आपस में लड़ा दिया जाए।
यह शक्तियां समस्त सीरिया और इराक़ पर अपना क़ब्ज़ा चाहती थीं मगर उनकी यह साज़िश नाकाम हो गई और यही नाकामी उनसे बर्दाश्त नहीं हो रही है इसलिए ईरान के खिलाफ दज्जाली शक्तियां संगठित हो रही हैं।
मौलाना ने कहा कि काफ़ी समय से ईरान आर्थिक पाबंदियां झेल रहा है इसके बावजूद उन्होंने तरक़्क़ी की। बाइकाट के बावजूद ईरान ने हर क्षेत्र में अपना लोहा मनवाया है अगर यह पाबंदियाँ ना होती तो सोचिए ईरान तरक़्क़ी के मैदान में कितना आगे होता।
उन्होंने कहा कि यहीं हमें रहबरियत की ज़रूरत और अहमियत का अंदाज़ा होता है।
ईरान आर्थिक पाबंदियों के बावजूद लगातार आगे बढ़ रहा है और दुश्मन शक्तियों के खिलाफ़ अकेला खड़ा है।
मौलाना ने कहा कि ईरान सरकार का अल्लाह निगेहबान है और ये हुकूमत इमामे ज़माना की हुकूमत से जाकर मिलेगी।