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Monday 25th of November 2024
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लेबनान में नयी सरकार के गठन का स्वागत

ईरान ने लेबनान में नजीब मीक़ाती के नेतृत्व में नयी सरकार के गठन का स्वागत किया है और उसे लेबनान की राष्ट्रीय एकजुटता की दिशा में एक सकारात्मक क़दम बताया है। लेबनान के प्रधानमंत्री नजीब मीक़ाती ने पांच महीने के अंतराल के बाद कल अंततः अपने मंत्रिमंडल की घोषणा की।

ईरान ने लेबनान में नजीब मीक़ाती के नेतृत्व में नयी सरकार के गठन का स्वागत किया है और उसे लेबनान की राष्ट्रीय एकजुटता की दिशा में एक सकारात्मक क़दम बताया है। लेबनान के प्रधानमंत्री नजीब मीक़ाती ने पांच महीने के अंतराल के बाद कल अंततः अपने मंत्रिमंडल की घोषणा की। विदेशमंत्री श्री अली अकबर सालेही ने गत रात्रि लेबनान की नई सरकार गठित होने का स्वागत करते हुए घोषणा की है कि नयी सरकार का गठन लेबनानी जनता के लिए बड़ी एवं मूल्यवान सफलता है। श्री सालेही ने लेबनान में शांति व सुरक्षा स्थापित होने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि लेबनान में नयी सरकार का गठन आंतरिक व क्षेत्रीय शांति व सुरक्षा की दिशा में एक महत्वपूर्ण क़दम है और वह ज़ायोनी शासन की संभावित अतिक्रमणकारी कार्यवाहियों के मुक़ाबले में लेबनान की राष्ट्रीय शक्ति का सूचक भी है। ईरान के उपराष्ट्रपति मोहम्मद रज़ा रहीमी ने भी कल लेबनान के प्रधानमंत्री नजीब मीक़ाती के साथ टेलीफोनी वार्ता में उन्हें नई सरकार के गठन पर बधाई दी। श्री रहीमी ने इसी प्रकार बैरूत के बारे में तेहरान के दृष्टिकोण के संदर्भ में बल देकर कहा कि इस्लामी गणतंत्र ईरान सदैव लेबनान की सरकार और इस देश की जनता के साथ है तथा इस्राईल विरोधी लेबनान की नीति एवं लेबनान की राष्ट्रीय एकता का समर्थन करता है। नजीब मीक़ाती ने भी इस टेलीफोनी वार्ता में ईरान और लेबनान के बीच विस्तृत सहकारिता का स्वागत किया और कहा कि जिन समझौतों पर दोनों देशों के मध्य हस्ताक्षर हो चुके हैं उन्हें यथाशीघ्र व्यवहारिक बनाने के लिए बैरूत तैयार है। ईरान की संसद मजलिसे शूराए इस्लामी में विदेश नीति और राष्ट्रीय सुरक्षा आयोग के उपाध्यक्ष इस्माईल कौसरी ने भी लेबनान में नयी सरकार के गठन का स्वागत करते हुए कहा है कि इस सरकार के गठन से लेबनान में शांति स्थापित होने के अतिरिक्त क्षेत्र की भी सुरक्षा सुनिश्चित होती है। श्री कौसरी ने इसी प्रकार कहा कि लेबनान में नयी सरकार का गठन ज़ायोनी शासन के क्रोध का कारण बना है। उन्होंने बल देकर कहा है कि ज़ायोनी शासन हर उस हथकंडे का स्वागत करता है जिससे क्षेत्र में अशांति उत्पन्न हो सके ताकि वह अपनी विस्तार वादी नीतियों को आगे बढ़ा सके। लेबनान के प्रधानमंत्री ने अपने नये मंत्रिमंडल की घोषणा के बाद उसे "राष्ट्रीय एकता मंत्रिमंडल" का नाम दिया और समस्त अतिग्रहित क्षेत्रों की पूर्ण स्वतंत्रता तक इस्राईल के विरुद्ध संघर्ष जारी रहने की आवश्यकता पर बल दिया। इस बात में कोई संदेह नहीं है कि ईरान और लेबनान के संबंधों में विस्तार क्षेत्र की शांति व सुरक्षा के हित में भी है क्योंकि दोनों देशों का संयुक्त शत्रु जायोनी शासन है और उसकी विस्तारवादी नीतियां क्षेत्र की सुरक्षा के लिए गम्भीर ख़तरा हैं।

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