अहलेबैत समाचार एजेंसी अबना की रिपोर्ट के अनुसार बहरैन की अलवेफ़ाक़ पार्टी के सचिव ने मांग की है कि बहरैन में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयुक्त का कार्यालय खोला जाए। बहरैन के अखबार अल-वस्त ने आज के प्रकाशन में शेख अली सलमान को लेकर लिखा है कि बहरैन में संयुक्त राष्ट्र मानव अधिकार आयुक्त का कार्यालय खोलकर आले खलीफा द्वारा किए गए सुधार वादों की समीक्षा की जानी चाहिए। शेख अली सलमान ने कहा कि आले खलीफा की सरकार जीनवा की वर्तमान मानवाधिकार परिषद की बैठक के निर्णयों को इस्लाम के खिलाफ होने का बहाना बना कर उसकी अनदेखी कर रही है। उन्होंने कहा कि आले खलीफ़ा सरकार बहाने बाजी कर रही है और अपनी जिम्मेदारियों का पालन नहीं करना चाहती।उन्होंने कहा कि सरकार विरोधियों का मीडिया से लाभांवित होना कौन सी इस्लाम विरोधी बात है। शेख अली सलमान ने कहा कि बहरैनी राष्ट्र अपने अधिकार के लिए शांतिपूर्ण आंदोलन जारी रखेगा। उधर इस संगठन के सदस्य खलील अलमरज़ूक ने कहा कि आले खलीफा सरकार निहत्थे बहरैनियों पर लगातार अत्याचार ढा रही है। उन्होंने रशिया टुडे टीवी से बातचीत में कहा कि पार्लियामेंट, कानून और न्यायपालिका सब पर आले खलीफा का कब्जा है इसलिए देश में कहीं भी न्याय व इंसाफ़ का नाम व निशान तक नहीं है। उन्होंने कहा कि इस स्थिति में कभी सुधार की उम्मीद नहीं रखी जा सकती। उल्लेखनीय है बहरैनी जनता अपने हनन गए अधिकारों की प्राप्ति और ऑले खलीफा की जाहिलाना नीतियों का विरोध कर रही है।........166
बहरैन की अलवेफ़ाक़ पार्टी के सचिव ने मांग की है कि बहरैन में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयुक्त का कार्यालय खोला जाए......