Hindi
Saturday 27th of April 2024
Articles
ارسال پرسش جدید

इल्मे तजवीद और उसकी अहमियत

इल्मे तजवीद और उसकी अहमियत
बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीमतजवीद के मअना बेहतर और ख़ूबसूरत बनाना है। तजवीद उस इल्म का नाम है जिससे क़ुरआने मजीद के अलफ़ाज़ व हुरूफ़ की बेहतर से बेहतर अदाएगी और आयात व ...

ईश्वरीय वाणी-८

ईश्वरीय वाणी-८
  कुरआने मजीद के पांचवें सूरे का नाम माएदा है। माएदा का अर्थ दस्तरखान होता है और चूंकि इस सूरे में उस घटना का वर्णन है जिसमें हज़रत ईसा अलैहिस्सलाम ने ईश्वरीय भोजन और ...

पवित्र रमज़ान भाग-8

 पवित्र रमज़ान भाग-8
मनुष्य को बनाने वाले ईश्वर ने उसको जो भी आदेश दिये हैं वे निश्चित रूप से मनुष्य के ही हित में होते हैं चाहे विदित रूप से उसमें हमें अपना कोई नुक़सान नज़र आए। रमज़ान के रोज़े ...

धैर्य और दृढ़ता की मलिका, ज़ैनब बिन्ते अली

धैर्य और दृढ़ता की मलिका, ज़ैनब बिन्ते अली
  अहलेबैत (अ) के पवित्र और मासूम ख़ानदान में इंसानी गुणों और रोल माडल की तलाश विशेषकर पवित्र महिलाओं की जीवनी हर सच्चे और न्यायप्रिय व्यक्ति के लिये एक पाठ है। इस ख़ानदान की ...

क़ुरआने मजीद और माली इसलाहात

क़ुरआने मजीद और माली इसलाहात
इक़्तेसादी दुनिया में मालीयात की तन्ज़ीम के दो मरहले होते हैं। एक मरहला पैदावार का होता है और दूसरा सरवत की तक़सीम का और आम तौर से इक़्तेसादी निज़ाम तक़सीम के बारे में बहस ...

सूरा निसा की तफसीर

सूरा निसा की तफसीर
पवित्र क़ुरआन के एक सूरे का नाम निसा है जिसका अर्थ होता है महिलाएं। इस सूरे के इस नामंकन का एक कारण यह है कि इसमें महिलाओं के अधिकारों और उनसे संबंधित मामलों का उल्लेख किया ...

नहजुल बलाग़ा में इमाम अली के विचार ९

नहजुल बलाग़ा में इमाम अली के विचार ९
  हज़रत अली अलैहिस्सलाम के महान व्यक्तित्व के परिचय से विशेष यद्यपि बहुत अधिक विद्वानों और लेखकों ने बहुत अच्छे व सुन्दर शब्दों में हज़रत अली अलैहिस्सलाम के बारे में ...

अज़ादारी रस्म (परम्परा) या इबादत

अज़ादारी रस्म (परम्परा) या इबादत
आमपौर पर (अधिकतर) हमारी ज़बानों से एक वाक्य सुनने को मिलता है रवासिमे अज़ा (रीतियाँ) मरासिमे अज़ा (प्रथाऐं) जिसका अर्थ हर वह कार्य होता है जिसका सम्बन्ध अज़ादारी से हो। ...

ग़ीबत

ग़ीबत
ग़ीबत यानी पीठ पीछे बुराई करना है, ग़ीबत एक ऐसी बुराई है जो इंसान के मन मस्तिष्क को नुक़सान पहुंचाती है और सामाजिक संबंधों के लिए भी ज़हर होती है। पीठ पीछे बुराई करने की ...

हज़रत ज़ैनब सलामुल्लाह अलैहा

हज़रत ज़ैनब सलामुल्लाह अलैहा
हज़रत ज़ैनब सलामुल्लाह अलैहा का जीवन तथा उनका व्यक्तित्व विभिन्न आयामों से समीक्षा योग्य है। पैग़म्बरे इस्लाम सल्लल्लाहो अलैहे व आलेही व सल्लम, हज़रत अली अलैहिस्सलाम ...

पवित्र रमज़ान-19

पवित्र रमज़ान-19
आज रमज़ान की १९ तारीख़ है।  वही तारीख़ जब वर्ष ४० हिजरी क़मरी में सुबह की नमाज़ पढ़ते समय ईश्वर के महान साहसी एवं न्यायी दास के सिर पर मानव समाज के अत्यंत तुच्छ व्यक्ति की ...

सूरए हिज्र की तफसीर 1

सूरए हिज्र की तफसीर 1
क़ुराने मजीद के 15वें सूरे ‘हिज्र’ है। इस सूरे में 99 आयतें हैं। यह हिजरत से पूर्व मक्के में नाज़िल हुआ था।इस सूरे का नाम आयत क्रमाक 80 में असहाबे हिज्र अर्थात हज़रत सालेह ...

इमामे मोहम्मदे बाक़िर अलैहिस्सलाम

इमामे मोहम्मदे बाक़िर अलैहिस्सलाम
रजब के मुबारक महीने की पहली तारिख़ एक बार फिर आ पहुंची है। आज ही के दिन पैग़म्बरे इस्लाम (स) के पौत्र इमाम मोहम्मद बाक़िर अलैहिस्सलाम ने इस संसार में क़दम रखा। उन्होंने ...

शरीर की सुरक्षा प्रणाली 2

शरीर की सुरक्षा प्रणाली 2
पुस्तकः कुमैल की प्रार्थना का वर्णन लेखकः आयतुल्ला अनसारीयान   हमने इसके पूर्व लेख मे मानव शरीर की सुरक्षा प्रणाली सम्बंधित कुच्छ बातो को वर्णन किया था जिन मे यह बात ...

अशीष समाप्ती के कारण 1

अशीष समाप्ती के कारण 1
लेखक: आयतुल्लाह हुसैन अनसारियान किताब का नाम: पश्चताप दया की आलंगन पवित्र क़ुरआन के स्पष्ट छंदो से क्रमशः सुरए इसरा के छंद (आयत) 83, सुरए क़िस्स के छंद 76 से 79, सुरए अलफ़ज्र छंद ...

साजेदीन की शान इमामे सज्जाद अलैहिस्सलाम

साजेदीन की शान इमामे सज्जाद अलैहिस्सलाम
तारीख़ के सफ़हात पर ऐसे सरफ़रोशों की कमी नहीं जिन के जिस्म को तो वक्त के ज़ालिमों और जल्लादों ने क़ैदी तो कर दिया लेकिन उन की अज़ीम रुह, उन के ज़मीर को वह क़ैदी बनाने से आजिज़ ...

हुसैन(अ)के बा वफ़ा असहाब

हुसैन(अ)के बा वफ़ा असहाब
मैंने अपने असहाब से आलम और बेहतर किसी के असहाब को नही पाया।हमारी दीनी तालीमात का पहला स्रोत क़ुरआने मजीद है। क़ुरआन के बाद हम जिन रिवायात का तज़किरा करते हैं वह दो तरह की ...

चेहलुम के दिन की ज़ियारत हिन्दी अनुवाद के साथ

चेहलुम के दिन की ज़ियारत हिन्दी अनुवाद के साथ
सफ़र महीने की बीसवी तारीख़ को इमाम हुसैन (अ) की ज़ियारत के लिए दो तरीक़े बयान किए गए हैं पहला तरीक़ा वह है जिसे शेख़ तूसी ने तहज़ीब और मिस्बाह नामक किताबों में सफ़वान जम्माल ...

कुमैल की जाति

कुमैल की जाति
लेखक: आयतुल्लाह हुसैन अनसारियान किताब का नाम: शरहे दुआ ए कुमैल     नख़अ यमन की जनजातियो मे से एक बडी जनजाति है, इस जाति के लोग इस्लाम धर्म के आरम्भ मे ही मुसलमान हो गये थे। यह ...

इमाम ज़ैनुल-आबेदीन अलैहिस्सलाम

इमाम ज़ैनुल-आबेदीन अलैहिस्सलाम
वर्ष ३८ हिज़री क़मरी ५ शाबान को पैग़म्बरे इस्लाम सल्लल्लाहो अलैहि व आलेहि व सल्लम के पौत्र इमाम अली बिन हुसैन पैदा हुए जिनकी एक उपाधि सज्जाद भी है। हज़रत इमाम हुसैन ...