अहलेबैत (अ )न्यूज़ एजेंसी अबना : प्राप्त सूत्रों के अनुसार इस्लामी राष्ट्र ईरान में रसूले खुदा हज़रत मोहम्मद मुस्तफ़ा स. के निधन एवं इमाम हसन अलैहिस्सलाम की शहादत के संबंध से अज़ादारी का सिलसिला चल रहा है।
देशभर की मस्जिद एवं इमाम बारगाह और पवित्र स्थानों में मजलिसें की जा रही हैं। कुछ शहरों में जुलूस भी निकाले गए जिनमें लाखों अज़ादार मौजूद थे। हज़रत रसूल स. की रहलत और उनके नवासे की शहादत का सबसे बड़ा मजमा मशहद मुकद्दस में था, जहां ईरान एवं दुनिया भर से आए हुए ज़ायरीन मौजूद थे, और रौज़े के सभी सहन एवं रास्ते श्रद्धालुओं से छलक रहे थे। आसपास की सभी सड़कों पर लोग मातम, नौहा कर रहे थे और आपको पुर्सा दे रहे थे।
क़ुम में हज़रत फ़ातिमा मासूमा स. के रौज़े पर भी हज़ारों लोगों ने अज़ादारी की। कुछ क्षेत्रों में जुलूस भी निकाले जा रहे हैं जो बारगाह ए हज़रते मासूमा तक पहुंचे।
ईरान की राजधानी तेहरान में हज़रत अब्दुल अज़ीम हसनी और इमाम ज़ादे सालेह अलैहिस्सलाम का रौज़ा ज़ायरीन से भरा हुआ था।
इसके अलावा इराक़, सीरिया, पाकिस्तान, हिंदुस्तान और दुनिया के सभी शहरों में रसूल सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम और उनके नवासे का ग़म मनाया गया, और मजलिसें हो रही हैं।