![श्वसन प्रणाली (Respiratory system) श्वसन प्रणाली (Respiratory system)](https://erfan.ir/system/assets/imgArticle/2013/05/45622_59444_1.jpeg)
पुस्तक का नामः दुआए कुमैल का वर्णन
लेखकः आयतुल्लाह अनसारीयान
सामान्य मानव जीवन मे फेफड़ो की कार्यक्षमता 500 मिलियन बार अंजाम पाती है।
श्वसन मशीन मे लाखो ग़ुद्दे होते है जिन मे से एक चिपकने वाला पदार्थ निकालता रहता है, इन ग़ुद्दो का कार्य हानिकारक कणो को अपनी ओर आर्कषित करना है ताकि जिस समय मनुष्य के मुह मे धूल अथवा मिट्टी जाए तो वह उसके शरीर मे प्रवेश न पाए।
यदि इन ग़ुद्दो मे यह पदार्थ न होता तो मानव के सांस की नली मिनटो मे बंद हो जाती तथा मनुष्य मर जाता।
श्वसन नलि मे अत्यधिक महीन बाल होते है जो इस नलि को स्वच्छ (साफ़) करते रहते है।
यह बाल नलि को एक सैकंड मे 12 बार साफ़ करके हानिकारक कणो को पाचक प्रणाली मे पहुंचा देते है। जहाँ पहुंच कर वह हानि नही पहुंचाते।
श्वसन नलि 750 मिलियन थैलीयो को स्वच्छ हवा पहुंचाती है जहा रक्त मे उपस्थित कार्बन Carbon आक्साइड Oxide जीवन दाता आक्सीजन Oxygen मे परिवर्तित हो जाता है।
यह सांस की नलि कितनी छोटी है परन्तु कितना महान और आश्चर्यजनक कार्य करती है तथा कुल्लो शैइन का एक मिसदाक़ है जिस पर ईश्वर की अनंत कृपा छाया किए है।