ईरान में सुन्नी मुसलमानों के एक वरिष्ठ धर्मगुरू ने कहा है कि सऊदी अरब ने विश्व की साम्राज्यवादी ताक़तों की इच्छा पर ईरानी तीर्थयात्रियों के ख़िलाफ़ षड्यंत्र करते हुए हज जैसे महान धार्मिक कार्यक्रम को क्षतिग्रस्त किया है।
मौलाना अहमद शेख़ अहमद ने इर्ना समाचार एजेंसी के साथ-विशेष बातचीत करते हुए कहा कि इस वर्ष हज के पवित्र कार्यक्रम में साम्राज्यवादी शक्तियों के इशारे पर सऊदी अरब के आले सऊद शासन ने ईरानी श्रद्धालुओं के लिए बधाएं उत्पन कर रहा है। आले सऊद शासन ने ईरानी श्रद्धालुओं के लिए पवित्र हज जैसे संस्कार में शामिल होने के रास्ते बंद कर दिए।
ईरानी तीर्थयात्रियों के ख़िलाफ़ सऊदी अरब के अन्यायपूर्ण व्यवहार की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए सुन्नी मुसमलानों के वरिष्ठ धर्मगुरू ने सऊदी शासन द्वारा इरानी श्रद्धालुओं के इस साल हज पर जाने पर लगाए गए प्रतिबंध को ग़ैर इस्लामी, ग़ैर क़ानूनी और माफ़ न किया जाने वाला काम बताया है।
मौलाना अहमद शेख़ अहमद ने कहा कि सऊदी अरब ने ईरानी तीर्थयात्रियों पर प्रतिबंध अपने स्वामियों यानी अमरीका और इस्राईल के निर्देशों का पालन करते हुए लगाया है।
उन्होंने कहा कि क्षेत्र विशेषकर मुस्लिम देशों की वर्तामान अस्थिर स्थिति को देखते हुए इस्लामी जगत को इस समय अधिक एकता और एकजुटता की ज़रूरत है, जबकि सऊदी अरब, मुसलमानों के बीच मतभेद पैदा करने में व्यस्त है। मौलाना अहमद शेख़ अहमद ने कहा कि सऊदी शासकों को अपने इन कार्यों के परिणाम भुगतने पड़ेंगे
source : abna24