हज़रत अली (अ): तरक़्की के लिए अपने वतन से दूर जाओ और यात्रा करो, इसलिए की यात्रा में पांच लाभ छिपे हुए हैं, मन की ख़ुशी एवं प्रसन्नता, आजीविका की प्राप्ति, ज्ञान एवं अनुभव की प्राप्ति, जीवन के संस्कारों का सीखना और दक्ष एवं महान लोगों से मुलाक़ात।
हज़रत अली (अ): तरक़्की के लिए अपने वतन से दूर जाओ और यात्रा करो, इसलिए की यात्रा में पांच लाभ छिपे हुए हैं, मन की ख़ुशी एवं प्रसन्नता, आजीविका की प्राप्ति, ज्ञान एवं अनुभव की प्राप्ति, जीवन के संस्कारों का सीखना और दक्ष एवं महान लोगों से मुलाक़ात।
source : abna24