नाम व लक़ब (उपाधि)
हज़रत इमाम सादिक़ अलैहिस्सलाम का नाम जाफ़र व आपका मुख्य लक़ब सादिक़ है।
माता पिता
हज़रत इमाम सादिक़ अलैहिस्सलाम के पिता हज़रत इमाम हज़रत इमाम बाक़िर ...
क़ुरआने करीम की तिलावत अफ़ज़ल तरीन इबादतों में से एक है और बहुत कम इबादते ऐसी हैं जो इसके पाये को पहुँचती हैं। क्यों कि यह इल्हाम बख़्श तिलावत क़ुरआने करीम में ग़ौर व ...
ईश्वरीय दायित्व के उचित ढंग से निर्वाह के लिए पैग़म्बरे इस्लाम (स) के परिजनों में से प्रत्येक ने अपने काल में हर कार्य के लिए तार्किक और प्रशंसनीय नीति अपनाता था ताकि ...
अबनाः क्या इमाम हुसैन (अ) उनकी अज़ादारी और मुहर्रम के पवित्र स्मारक मुसलमानों में मतभेद और विवाद का विषय बन सकता है? वह कौन सा मुसलमान है, हुसैन (अ) जिसके ईमान का हिस्सा न ...
सुप्रीम लीडर के बयान की रौशनी में
इमाम महदी अज. और उनके ज़ुहूर का विश्वास और अक़ीदा केवल शियों का अक़ीदा नहीं है बल्कि अहले सुन्नत भी इसे मानते हैं। अंतर यह है कि अधिकतर ...
नाम व अलक़ाब (उपाधियाँ)
हज़रत इमाम अस्करी अलैहिस्सलाम का नाम हसन व आपकी मुख्य उपाधि अस्करी है।
जन्म व जन्म स्थान
हज़रत इमाम अस्करी अलैहिस्सलाम का जन्म सन् 232 हिजरी क़मरी ...
इंसान को बेदार तो हो लेने दो - हर क़ौम पुकारेगी हमारे हैं हुसैन
अत्याचार के विरुद्ध इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के संघर्ष में आशूरा की घटना उस गगन चुंबी चोटी की भांति है जिसके ...
करबला में इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम और उनके निष्ठावान साथियों की शहादत के पश्चात उनके परिजनों को बहुत कठिन परिस्थितियों में बंदी बना लिया गया। इब्ने ज़ियाद ने करबला के ...
आज 3 रजब, पैग़म्बरे इस्लाम (स) के पौत्र इमाम अली नक़ी अलैहिस्सलाम की शहादत का दिन है। रजब की तीसरी तारीख़ को इमाम अली नक़ी अलैहिस्सलाम की शहादत हुई थी। वे एसे महान व्यक्ति थे ...
यह बात हम सभी जानते हैं कि बनी अब्बास ने अहलेबैत अ.स. के नाम पर बनी उमय्या का तख़्ता पलटते हुए यही कहा था कि हुकूमत और ख़िलाफ़त पैग़म्बर स.अ. के अहलेबैत अ.स. का हक़ है, लेकिन बनी ...
बहुत से घराने ऐसे होते हैं जो अपनी जिहालत व नादानी की वजह से अपने बच्चों की बर्बादी के असबाब ख़ुद फ़राहम करते हैं। कुछ वालिदैन ऐसे भी होते हैं जो अपने बच्चों के शर्माने, ...
पैग़म्बरे इस्लाम सल्लाहो अलैहि व आलेही की सुपुत्री हज़रत फातेमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा की शहादत का दुःख़द दिन है जिसके दृष्टिगत हमने उनके जीवन से संबंधित कुछ पहलुओं पर ...
ईश्वर और उसकी प्रार्थना में लीन उसके फ़रिश्तों का सलाम हो फ़ातेमा पर! फ़ातेमा जो लोक परलोक की सब से महान महिला, स्वर्ग की महिलाओं की सरदार और पैग़म्बरे इस्लाम सल्लल्लाहो ...
तारीख़ के सफ़हात पर ऐसे सरफ़रोशों की कमी नहीं जिन के जिस्म को तो वक्त के ज़ालिमों और जल्लादों ने क़ैदी तो कर दिया लेकिन उन की अज़ीम रुह, उन के ज़मीर को वह क़ैदी बनाने से आजिज़ ...
17 रबियुल अव्वल सन् 83 हिजरी की पूर्व संध्या थी। अरब की तपती हुई रेत ठंडीs हो चुकी थी। हवा के हल्के हल्के झोंके पुष्प वाटिकाओं से खुशबूओं को उड़ा कर वातावरण को सुगन्धित कर रहे ...
उलामा ए इस्लाम के दरमियान मोहकम और मुतशाबेह के मआनी में बहुत ज़्यादा इख़्तिलाफ़ मौजूद है और उन मुख़्तलिफ़ अक़वाल में तहक़ीक़ से इस मसले के बारे में तक़रीबन बीस अक़वाल मिल ...
हिजरी क़मरी वर्ष के बारहवें महीने ज़िलहिज्जा की 15 तारीख़ पैग़म्बरे इस्लाम के पौत्र इमाम अली नक़ी अलैहिस्सलाम का जन्मदिन है। हम ईश्वर के आभारी हैं कि उसने हमें यह अवसर ...
हम हज़रत अली अलैहिस्सलाम और हज़रत फ़ातेमा ज़हरा के शुभ विवाह की वर्षगांठ पर विवाह और उसके लाभों के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।
दूसरी हिजरी क़मरी के ज़िलहिज महीने ...
हिजरी क़मरी कैलेन्डर के अनुसार तीन जमादिस्सानी को पैग़म्बरे इस्लाम सल्लल्लाहो अलैहे व आलेही व सल्लम की सुपुत्री हज़रत फ़ातेमा अलैहस्सलाम की शहादत का दिन है। इस अवसर पर ...
इमाम हसन अलैहिस्सलाम ने अपनी ज़िंदगी, इस्लामी इतिहास के संवेदनलशील हिस्से में गुज़ारी है। इमाम हसन अलैहिस्सलाम ने अपनी ज़िंदगी में केवल 48 वसंत देखे लेकिन इस कम अवधि में ...