पुस्तक का नामः दुआए कुमैल का वर्णन
लेखकः आयतुल्लाह अनसारियान
हे ज़ियाद के पुत्र कुमैल, धन के जलाश्य धनि लोगो के जीवित रहते हुए समाप्त हो गये, विद्वान अनंत काल तक बाक़ी है, मृत्यु के साथ व्यक्ति समाप्त हो जाता है परन्तु उसका चरित्र लोगो के हृदयो मे जीवित रहता है।
जान लो इस स्थान पर – अपनी छाती की ओर संकेत करके कहा – ज्ञान बहुत अधिक है यदि उसके योग्य लोग मिल जाते तो मै इस ज्ञान का स्थानांतरण कर देता। हाँ, इन ज्ञानो के लिए एक कौशल व्यक्ति का पता लगाया है परन्तु उससे इनके समंबध मे संतुष्ट नही हूँ, धर्म के उपकरणो को दुनिया के लिए प्रयोग करता है तथा परमेश्वर के अशीषो को ईश्वर के दासो पर तथा परमेश्वर की दलीलो को उसके औलियाओ पर बड़ा समझता है। अथवा कोई ऐसा व्यक्ति मिलता जो ईमानदार व्यक्तियो का अनुयायी होता, चारो ओर भी इसकी पुष्टि नही है, सर्वप्रथम छद्म जो होता है वह उसके हृदय मे संदेह की आग को भड़काती है, जान लो कि वह न तो इसके योग्य है और न उसके योग्य है।
जारी