Hindi
Friday 19th of April 2024
0
نفر 0

भारत व ईरान सहित पूरी दुनिया में इमाम हुसैन (अ.ह.) के जन्मदिवस पर जश्न का माहौल।

दुनिया के विभिन्न देशों में ख़ास कर भारत, पाकिस्तान और ईरान में बहुत उत्साह के साथ रसूले इस्लाम स.अ. के नवासे हज़रत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के जन्मदिवस का जश्न मनाया जा रहा है। ईरान भर में रसूले इस्लाम स.अ. के नवासे हज़रत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के जन्मदिवस के हिसाब से जश्न मनाया जा रहा है।
भारत व ईरान सहित पूरी दुनिया में इमाम हुसैन (अ.ह.) के जन्मदिवस पर जश्न का माहौल।

दुनिया के विभिन्न देशों में ख़ास कर भारत, पाकिस्तान और ईरान में बहुत उत्साह के साथ रसूले इस्लाम स.अ. के नवासे हज़रत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के जन्मदिवस का जश्न मनाया जा रहा है।
ईरान भर में रसूले इस्लाम स.अ. के नवासे हज़रत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के जन्मदिवस के हिसाब से जश्न मनाया जा रहा है। ईरान के सभी छोटे-बड़े शहरों में पिछली रात से ही जश्न और खुशियों की महफ़िलों का आयोजन किया गया है और मस्जिदों, इमाम बाड़ों और सड़कों पर सजावट का प्रबंध भी किया गया है। मशहद में हज़रत इमाम अली रेज़ा अलैहिस्सलाम के रोज़े में महफ़िल का आयोजन हुआ जिसमें लाखों की संख्या में ईरानी और विदेशी ज़ाएरीन ने हिस्सा लिया, इस अवसर पर शायरों ने हज़रत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम की शान में क़सीदे पड़े जबकि वक्ताओं ने आपके जीवन के विभिन्न पहलुओं पर रौशनी डाली।
पवित्र शहर क़ुम में हज़रत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम की विलादत के हिसाब से पूरा शहर विशेषकर हज़रत फ़ातिमा मासूमा सलामुल्लाह अलैहा का रौज़ा जगमगा रहा है और मीलाद की विभिन्न महफ़िलों का आयोजन किया गया है जिनका सिलसिला बदस्तूर जारी है, जिनमें लाखों की संख्या में अहलेबैत अ. के चाहने वाले हिस्सा ले रहे हैं।
ईरान के विभिन्न शहरों से ज़ायरीन की बड़ी संख्या क़ुम पहुंची है ताकि हज़रत मासूमा के रौज़े में हाज़िर होकर आपकी सेवा में इमाम हुसैन अ. की विलादत की बधाई दें।


source : abna
0
0% (نفر 0)
 
نظر شما در مورد این مطلب ؟
 
امتیاز شما به این مطلب ؟
اشتراک گذاری در شبکه های اجتماعی:

latest article

शबे आशूर के आमाल
अज़ादारी और इसका फ़लसफ़ा
ईश्वर की दया के विचित्र जलवे 2
इस्लामी क्रान्ति की कला की ...
इमाम रज़ा अलैहिस्सलाम की शहादत
बिना अनुमति के हज करने की कोशिश ...
शिया समुदाय की उत्पत्ति व इतिहास (2)
बक़रीद के महीने के मुख्तसर आमाल
सबसे पहला ज़ाएर
কুরআন ও ইমামত সম্পর্কে ইমাম জাফর ...

 
user comment