قال رسول الله (صلى الله عليه و آله)
لو يعلم العبد ما فى رمضان لود ان يكون رمضان السنة
पैगम्बरे इस्लाम (स.) फ़रमाते हैं:
अगर ख़ुदा का बंदा जान लेता कि रमजान में है (क्या बरकतें और क्या रहमतें हैं) तो पूरे साल रमजान बाकी रहने की तमन्ना करता।
बिहारुल अनवार, भाग 93, पेज 346