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Saturday 18th of May 2024
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फातेमा बिन्ते असद का आज दिलबर आ गया



फातेमा बिन्ते असद का आज दिलबर आ गया
मोमिनो खुशियॉ मनाओ अपना रहबर आ गया

 

इन्नमा की ले के मोहरे इस्मते परवरदिगार
मुत्तलिब का पोता और ज़हरा का शौहर आ गया

 

अज़दहे को चीरने, खैबर के दर को तोड़ने
खाना ए रब्बे जली मे आज हैदर आ गया

 

साहबे नहजुल बलाग़ा, वारीसे इल्मे नबी
इल्म के दर खोलने देखो सुख़नवर आ गया

 

खाना ए काबा पूछा, बोल तू क्यू खुश हुआ
बोला काबा आज शेरे रब्बे अकबर आ गया

 

अम्र इब्ने अब्देवुद मैदान से रूख़ मोड़ ले
कुल्ले ईमॉ की सनद लेकर दिलावर आ गया

 

जंग का पासा पलट जाता था सुन कर बात
लोग जब कहते थे आक़ाए अबुज़र आ गया

 

हैं बहुत मसरूर सुन कर ये खबर हुरो मलक
तोड़ने लातो हुबल नफ्से पयम्बर आ गया

 

क़ुरआ अन्दाज़ी हुई जन्नत मे जाने के लिए
खुश नसीबी देखीये मीसम का नंबर आ गया

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