Hindi
Tuesday 26th of November 2024
0
نفر 0

हक़ निभाना मेरे हुसैन का है,

हक़ निभाना मेरे हुसैन का है,

हक़ निभाना मेरे हुसैन का है,
दिल ठिकाना मेरे हुसैन का है।

 


 जिसके साये में कायनात है सब,
ऐसा नाना मेरे हुसैन का है।

 


 जबसे घर में मेरे सजे है अलम,
आना-जाना मेरे हुसैन का है।

 


 उग रहा है जो वादे क़र्बोबला,
वो दाना-दाना मेरे हुसैन का है।

 


 जिस जगह हूर बनाये जाते है,
कारखाना मेरे हुसैन का है।

 


 तुम जिसे आसमाँ समझते हो,
वो सामेयाना मेरे हुसैन का है।

 


 ये जो काबा है तुम न समझोगे,
घर पुराना मेरे हुसैन का है।

 


 रोज़ पड़ता हूँ सूरए रहमान,
ये तराना मेरे हुसैन का है।

 


 सिर्फ आसुर तक नही मेहदूद,
हर ज़माना मेरे हुसैन का है।

 


 बोली ज़ोहरा ये अश्क़ दो मुझको,
ये खज़ाना मेरे हुसैन का है।

0
0% (نفر 0)
 
نظر شما در مورد این مطلب ؟
 
امتیاز شما به این مطلب ؟
اشتراک گذاری در شبکه های اجتماعی:

latest article

जवाबे शिकवा
सूरए माएदा की तफसीर
फातेमा बिन्ते असद का आज दिलबर आ ...
हक़ निभाना मेरे हुसैन का है,
फज़ीलतो का समन्दर बतूल हैं
म्यांमार जनसंहार की जांच की घोषणा
दुआए फरज 2
मुसलमाँ के लहू में है सलीक़ा ...
शहादते इमामे मूसा काज़िम
मुसलमाँ के लहू में है सलीक़ा ...

 
user comment