आतंकवाद की वजह मदरसे नहीं बल्कि जहालत है. जिसकी वजह से आतंकवाद तेजी से बढ़ रहा है.
अबनाः अखिल भारतीय सुन्नी जामियायाथुल उलेमा के महासचिव कन्थापुरम एपी अबूबकर मुस्लियार ने मदरसों को आतंकवाद से जोड़े जाने की तीखी आलोचना की है. उन्होंने कहा कि आतंकवाद की वजह मदरसे नहीं बल्कि जहालत है. जिसकी वजह से आतंकवाद तेजी से बढ़ रहा है.
उन्होंने शिक्षा पर जोर देते हुए कहा कि हम सबको समाज से जिहालत को खत्म करने का काम करना चाहिए और शिक्षा को बढ़ावा देना चाहिए, क्योंकि आतंकवाद का मुकाबला शिक्षा के बिना मुमकिन नहीं.
केरल के जाने-माने सुन्नी धर्मगुरु ने बताया कि हम पिछले 40 साल से शैक्षिक सेवा अंजाम दे रहे हैं और हमारे यहाँ शिक्षा हासिल करने वाले बच्चे राष्ट्रीय सेवा में व्यस्त हैं. उन्होंने कहा कि हम स्कूल के साथ साथ इस्लामी मदरसा भी कायम कर रहे हैं, मस्जिदों का निर्माण और गरीब लोगों की हर संभव मदद कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि उनका पहले पूरा ध्यान दक्षिण भारत की और था लेकिन अब हम उत्तरी भारत में भी शिक्षा के लिए आंदोलन चला रहे हैं. ध्यान रहे इससे पहले उन्होंने मुजाहिद आंदोलन की जमकर आलोचना की थी.
उन्होंने कहा, “स्वयं घोषित मुस्लिम सुधारकों” ने भी वास्तविक मुद्दों को छुपा दिया था जिसे आज समुदाय का सामना करना पड़ रहा. वहीँ मुजाहिद इस्लाम के दुश्मनों के हाथों कठपुतली बन चुके हैं.