ग्रेटर वाशिंग्टन में इस्लामी केन्द्र के प्रमुख मोहम्मद नासिर ने बताया कि न्यूयार्क में ग्राउंड ज़ीरो के निकट मस्जिद के निर्माण के बढ़ते विरोध और पवित्र क़ुरआन की प्रतियों को जलाने की धमकियों के बीच 180 अमरीकी पुरुषों व महिलाओं ने इस्लाम स्वीकार किया है।
मोहम्मद नासिर के अनुसार अमरीका के इस महत्वपूर्ण क्षेत्र में लोग अध्ययन के माहौल और इस्लाम तथा पैग़म्बरे इस्लाम के आचरण के बारे में शोध तथा इस्लाम के समर्थक व विरोधी संगठनों के कारण इस्लाम की ओर आकृष्ट हो रहे हैं। आंकड़े दर्शाते हैं कि न्यूयार्क और वाशिंग्टन पर आक्रमण के पश्चात लोग तेज़ी से मुसलमान हुए हैं क्योंकि वे चरमपंथ और इस्लाम धर्म के मध्यमार्गी सिद्धांत के बीच अंतर को समझ गए हैं। वर्जीनिया राज्य के इस्लामी केन्द्र के प्रमुख जमाल अलग़मूस ने कहा कि जो लोग इस केन्द्र के निरंतर संपर्क में रहते हैं उनके दृष्टिकोण बदल जाते हैं। अमरीकी नागरिकों को इतनी अधिक जानकारी है कि उन्हें निमंत्रण की आवश्यकता नहीं है क्योंकि वे साहित्यिक व ज्ञान संबंधी पुस्तकों के अध्ययन के साथ साथ धर्मों, मतों और विचारों के बारे में भी अध्ययन करते हैं। जमाल अलग़मूस ने बताया कि हम उनके साथ बातचीत करते हैं और वे प्रतिदिन बड़ी संख्या में मस्जिद जाते हैं। अमरीका में हालिया वर्षों में धार्मिक व राजनैतिक गतिविधियों में अभूतपूर्व स्तर तक वृद्धि हुयी है और कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि ग्राउंड ज़ीरो के निकट इस्लामी केन्द्र और मस्जिद के निर्माण से उत्पन्न दबाव, ग्यारह सितंबर को ईदुल फ़ित्र का पड़ना तथा फ़्लोरीडा और कनसास में क़ुरआन की प्रतियों को जलाने की धमकी के कारण है।
source : http://rizvia.net