अहलेबैत न्यूज़ एजेंसी अबना: अललूलू टीवी की रिपोर्ट के अनुसार बहरैन के वरिष्ठ धर्मगुरू आयतुल्लाह शेख़ ईसा क़ासिम बहरैन के बादशाह की ओर से सियासी बदला लेने के लिए उनसे बहरैन की नागरिकता छीनने के बाद पिछले साल जून से अब तक उनको अपने ही घर में नज़रबंद कर दिया था।
पिछले दिनों उनकी हालत गंभीर हो गई थी तब भी आले ख़लीफ़ा की सिक्योरिटी फ़ोर्सेज़ उनके डॉक्टर्स को मिलने की अनुमति नहीं दे रही थी। लेकिन बहरैनी जनता के प्रदर्शनों और वैश्विक स्तर पर दबाव के बाद शासन ने उन्हें अस्पताल में शिफ़्ट होने की अनुमति दे दी थी।
संयुक्त राष्ट्र संघ के अधिकारियों ने बहरैन के शासकों पर प्रेशर डाला कि शेख़ ईसा क़ासिम को इलाज को गंभीरता से लें और उन्हें बिना रोकटोक के आने जाने की अनुमति दी जाए और उनकी नज़रबंदी समाप्त की जाए।