समाचार पत्र संडे टाइम्ज़ की रिपोर्ट के अनुसार चौदह हज़ार ब्रितानी जिनमें कुछ बुद्धिजीवी, और शिक्षित भी हैं, पश्चिमी मूल्यों से जो व्यक्ति में जीवन की आशा कम करती है, दामन छुड़ा कर मुसलमान हो गए हैं। रोहमा साइट के अनुसार इस समाचार पत्र में निकोलस हेलेन और क्रिस्टोफ़र मोर्गेन के नाम से छपने वाले लेख में आया है कि इस देश में ताज़ा मुसलमान होने वालों में अधिकांश, ब्रिटेन के भूतपूर्व कूटनयिक चार्ल्ज़ ली गाए ईटन (Charles Le Gai Eaton) की किताब इस्लाम ऐंड द डेस्टिनी ऑफ़ मैन अर्थात इस्लाम और मनुष्य का भाग पढ़ कर मुसलमान हुए हैं। चार्ल्ज़ ली गाए ईटन ने 1951 में इस्लाम स्वीकार किया था और 26 फ़रवरी 2010 को उनका देहांत हो गया। ब्रिटेन में वह शैख़ हसन ली गाए ईटन के नाम से जाने जाते थे। ईटन ने अपनी किताब में लिखा हैः ईसाई धर्म आज अपने अनुयाइयों को उनकी आवश्यकता की आध्यात्मिक सफलता नहीं दिला सका किन्तु इस्लाम ने अपने अनुयाइयों को यह उच्च विशिष्टता प्रदान की है। एक ध्यान बिन्दु यह है कि पूर्व विश्व स्नूकर चैंपियन जॉन पैरेट के पुत्र जॉनथन पैरेट ने जो कुछ वर्ष पूर्व मुसलमान हुए हैं और उन्होंने अपना नाम यहया रखा है, ब्रिटेन के श्वेत वर्ण के ईसाइयों के मुसलमान होने के बारे में व्यापक अध्ययन किया है। उन्होंने कहा कि ये शोध दर्शाते हैं कि ब्रितानी समाज की बड़ी बड़ी हस्तियां और ब्रिटेन के बड़े बड़े ज़मीनदार मुसलमान हो गए हैं
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