शुक्रवार को न्यूज़ीलैंड की मस्जिदों पर आतंकवादी हमला करने वाले व्यक्ति ने हमले से पहले मुसलमानों के ख़िलाफ़ आतंकी हमला करने के अपने फ़ैसले के बारे में एक बयान जारी किया था।
क्राइस्टचर्च की मस्जिदों पर हमला करने वाले आतंकी ने अपने आपको आॅस्ट्रेलिया का एक साधारण और निम्न वर्ग का श्वेत बताया है। 28 वर्षीय ब्रेंटन टैरेंट ने आतंकी कार्यवाही शुरू करने से पहले सोशल मीडिया पर 70 से अधिक पृष्ठों का एक बयान जारी किया और मुसलमानों के ख़िलाफ़ हमले के संबंध में अपने फ़ैसले के बारे में बताया है। उसने बयान में वादा किया है कि वह "हमलावर मुस्लिमों" से मुक़ाबला करेगा। हमले से पहले उसने अपने बयान में कहा है कि वह एक बड़ा बदला लेने जा रहा है। टैरेंट ने अपने बयान में वर्ष 2017 में हुए स्टाॅकहोम के आतंकी हमले की तरफ़ भी इशारा किया है जिसमें पांच लोग मारे गए थे और उनमें एक 11 वर्षीय बच्ची भी थी। टैरेंट ने बयान में कहा है कि वह उसका बदला लेकर रहेगा।
क्राइस्टचर्च की मस्जिदों पर हमला करने वाला आतंकी, नाॅर्वे के कुख्यात आतंकी एंडर्स ब्रोविक से बहुत अधिक प्रभावित नज़र आता है जिसने 2011 में एक आतंकी हमले में 77 लोगों की जान ले ली थी। ब्रोविक इस समय जेल में उम्र क़ैद की सज़ा काट रहा है। ब्रेंटन टैरेंट ने हमला शुरू करने से पहले फ़ेसबुक पर उसका लाइव प्रसारण शुरू कर दिया था। लगभग पंद्रह मिनट तक चलने वाले वीडियो में फ़ायरिंग निरंतर जारी रहती है। आतंकी, मस्जिद से निकल कर भागने वालों को भी नहीं छोड़ता और पार्किंग तक उनका पीछा करके उन पर फ़ायरिंग करता है। इसके बाद वह मस्जिद में वापस आता है और नमाज़ियों को क़रीब से गोली मार कर उनकी मौत को सुनिश्चित बनाता है। फिर वह महिलाओं के भाग में जाता है और उन पर पाश्विक ढंग से फ़ायरिंग करता है। सोशल मीडिया में उसकी गाड़ी के जो चित्र सामने आए हैं उनमें कई हथियार हैं और कुछ स्वचलित भी हैं। हथियारों पर कुछ लोगों के नाम भी लिखे हुए दिखाई दे रहे हैं।