पुस्तकः कुमैल की प्रार्थना का वर्णन
लेखकः आयतुल्ला अनसारीयान
घास एंव वनस्पति (पेड़ पौधो) की संख्या तथा उनका प्रदर्शन एंव उनके अंदर मौजूद विटामिन इत्यादि, मानव जीवन के लिए कितने लाभदायक है उन्हे पैदा करने वाले ईश्वर के अतिरिक्त दूसरा कोई नही जानता और जैसे कि घास तथा वनस्पति भी “कुल्लो शैएन” मे सम्मिलित है और भगवान की कृपा उनको शामिल है इसीलिए उनके महत्वपूर्ण लाभ की ओर संकेत किया जाता हैः
वायु के अंदर काफ़ी मात्रा मे गैस तथा आक्सीजन “Oxygen” होता है और आक्सीजन वह जीवनप्रद वस्तु है जिससे मानव एंव पशुओ का स्वाभाविक संबंध है इसके बिना मनुष्य एंव पशु का जीवन असम्भव है।
मनुष्य के सास लेते समय उसके फेफड़ो मे आक्सीजन प्रवेश करके रक्त मे मिल जाती है उसके उपरान्त वहा से शरीर के विभिन्न भागो मे पहुंचा दी जाती है।
आक्सीजन मानव आहार को धीरे धीरे शरीर की विभिन्न कोशिकाओ मे जलाकर कामवासना उत्पन्न करती है और इस मानव आहार के जलने के कारण एक प्रकार की विषयली गैस “Carbon” कार्बन उत्पन्न होती है, जो फेफड़ो और रक्त मे प्रवेश करके श्वसन द्वारा बाहर निकलती है।
जारी