सोमवार को ऑस्ट्रेलिया ने आईएसआईएल की ओर से जारी किए गए उस वीडियो पर गहरी चिंता ज़ाहिर की है, जिसमें एक ऑस्ट्रेलियाई डॉक्टर, अन्य डॉक्टरों से आईएसआईएल से जुड़ने की अपील कर रहा है।
यू-ट्यूब पर अपलोड किए गए इस वीडियो में अबू यूसुफ़ के रूप में अपना परिचिय कराने वाले डाक्टर का कहना था कि वे सीरिया के रक्क़ा शहर इसलिए पहुंचे हैं ताकि आईएसआईएल के आतंकवादियों को अपनी चिकित्सा सेवाएं दे सकें।
ऑस्ट्रेलियाई मीडिया का कहना है कि वह एडिलेड में प्रैक्टिस करने वाले डाक्टर तारिक़ कामलाह हैं।
वीडियो में अबू यूसुफ़ को कहते हुए दिखाया गया है कि मुझे काफ़ी पहले आईएसआईएल से जुड़ जाना चाहिए था।
उल्लेखनीय है कि 100 से भी अधिक ऑस्ट्रेलियाई नागरिक इराक़ और सीरिया में तकफ़ीरी गुट आईएसआईएल के लिए लड़ रहे हैं, लेकिन ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री जूली बिशप का कहना था कि एक चिकित्सक का ख़ूंख़ार आतकंवादी गुट से जुड़ना गंभीर चिंता का विषय है।
एबीसी से बात करते हुए उन्होंने कहा, यह बहुत ही गंभीर चिंता की बात है।
उन्होंने कहा कि दाइश से जुड़ने से सीरिया और इराक़ के लोगों को लाभ नहीं पहुंचेगा, बल्कि यह एक ऐसे हत्यारे आतंकवादी गुट की सहायता करेगा कि जो मुसलमानों और ग़ैर मुसलमानों का नरसंहार कर रहा है।
याद रहे कि आईएसआईएल का अरबी नाम दाइश है।
बिशप ने कहा कि जो कोई भी आईएसआईएल में भर्ती होगा, उसकी सहायता करेगा या उसके लिए आतंकवादियों की भर्ती करेगा उसे 25 वर्षों तक की जेल हो सकती है।
अबू यूसुफ़ का नाम लिए बिना अप्रवासन मंत्री पीटर डट्टन ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि 10 मार्च को एक 29 वर्षीय पुरुष ऑस्ट्रेलियाई ने एडिलेड छोड़ा था।
उनका कहना था कि इस देश में हर डॉक्टर सौगंध लेता है कि वह रोगियों का उपचार और उनकी जान की सुरक्षा करेगा, लेकिन एक डॉक्टर का बदमाशों के गुट से जुड़ना कि जो लोगों की हत्याएं कर रहे हैं, महिलाओं का बलत्कार कर रहे हैं और धर्म के नाम पर ख़ुद मुसलमानों का नरसंहार कर रहे हैं, एक ऐसी बात है कि जिसे राष्ट्र सहन नहीं करेगा।
source : abna