इस्लामी गणतंत्र ईरान में इस वर्ष भी पिछले वर्षों की भांति विश्व क़ुद्स दिवस पर देशव्यापी रैलियां निकाली गईं। इन देशव्यापी रैलियों में फ़िलिस्तीनियों की आकांक्षाओं का समर्थन करते हुए ज़ायोनी शासन के विरोध में घोषणापत्र पारित किया गया।
विश्व क़ुद्स दिवस पर जारी घोषणापत्र में कहा गया है कि ईरानी राष्ट्र, मुसलमानों के प्रथम क़िबले की स्वतंत्रता के समर्थन के साथ ज़ायोनियों के हाथों फ़िलिस्तीनियों की भूमियों के अतिक्रमण का विरोध करता है। घोषणापत्र में फ़िलिस्तीन के बारे में स्वर्गीय इमाम ख़ुमैनी और इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता की नीतियों को इस्लामी क्रांति के महत्वपूर्ण उद्देश्यों में बताया गया है। इस घोषणापत्र के अनुसार ईरानी राष्ट्र, फ़िलिस्तीन समस्या के समाधान, बैतुल मुक़द्दस की स्वतंत्रता और ज़ायोनी शासन के विनाश को इस्लामी जगत की ज्वलंत समस्याओं में सम्मिलित करता है।
घोषणापत्र में कहा गया है कि फ़िलिस्तीन समस्या का एकमात्र समाधान यह है कि शर्णार्थी फ़िलिस्तीनियों की स्वदेश वापसी और उनके भविष्य निर्धारण के लिए स्वतंत्र रूप में जनमत संग्रह कराया जाए। विश्व क़ुद्स दिवस पर जारी घोषणापत्र में इराक, सीरिया, और लीबिया में आईएसआईएल के अत्याचारों तथा यमन पर सऊदी अरब के हमलों की निंदा की गई है। इसमें इस प्रकार की कार्यवाहियों को मुसलमानों के बीच मतभेद उत्पन्न करने और इस्राईल को सुरक्षा प्रदान करने हेतु प्राक्सी वार के रूप में बताया गया है।
source : abna