बच्चों के हाथ में हथियार दिए जाने के अलावा उनसे जासूसी भी करवाई जाती है बल्कि इस से भी बढ़कर आत्मघाती हमलों के लिए उन्हें ही भेट चढ़ाया जाता है.....
अहलेबैत (अ ) न्यूज़ एजेंसी अबनाः प्राप्त सूत्रों के अनुसार यूनिसेफ़ ने छोटे बच्चों को युद्ध की आग में झोंकने के विरोध में अपनी एक रिपोर्ट में कहा कि विभिन्न देशों में पिछले 1 साल से ढाई लाख बच्चों से अधिक छोटे बच्चों को युद्ध की आग में झोंका गया है जिसमें अफ्ऱीकी देश सबसे आगे हैं इसलिए कि इन देशों में होने वाले युद्धों में एक तिहाई बच्चे भाग लेते हैं।
रिपोर्ट में आया है कि बच्चों के हाथ में हथियार दिए जाने के अलावा उनसे जासूसी भी करवाई जाती है बल्कि इस से भी बढ़कर आत्मघाती हमलों के लिए उन्हें ही भेट चढ़ाया जाता है।
पश्चिमी सूडान में चार साल से जारी गृह युद्ध में भी बच्चों को ही इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा पिछले एक साल में नाइजीरिया और कामरवान में आतंकवादी संगठन बोको हराम के हाथों 135 बच्चे आतंकवादी कार्यवाई करने पर मजबूर हुए हैं।