दुनिया के दिन, दो दिन हैं एक तुम्हारे हित में और दूसरा तुम्हारे अहित में , तो अगर वह तुम्हारे फ़ायदे में हो तो उदंडता न करो और अगर तुम्हारे नुकसान में हो तो क्षुब्धु व दु:खी मत हो।
दुनिया के दिन, दो दिन हैं एक तुम्हारे हित में और दूसरा तुम्हारे अहित में ,
तो अगर वह तुम्हारे फ़ायदे में हो तो उदंडता न करो
और अगर तुम्हारे नुकसान में हो तो क्षुब्धु व दु:खी मत हो।
source : irib