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Tuesday 26th of November 2024
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हम सब मुसलमान हैं, ट्रम्प को माइकल मोर का जवाब

अमरीका के एक मशहूर डॉक्यूमेंट्री फ़िल्म निर्माता माइकल मोर ने इस देश के रिपब्लिकन पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद के प्रत्याशी डोनल्ड ट्रम्प के बयान की कड़ी आलोचना की है। माइकल मोर ने डोनल्ड ट्रम्प के नाम ख़त में, मुसलमानों के संबंध में ट्रम्प के बयान की आलोचना करते हुए उन्हें ‘क्रोधित श्वेत’ की संज्ञा दी है। डोनल्ड ट्रम्प के मुसलमानों के ख़िलाफ़ विवादास्पद बयान के बाद, मोर ने उन्हें संबोधित करते हुए फ़ेसबुक पर अपना ख़त प्रकाशित किया। माइकल मोर इस ख़त को प्रकाशित करने से पहले डोनल्ड ट्रम्प के ब
हम सब मुसलमान हैं, ट्रम्प को माइकल मोर का जवाब


अमरीका के एक मशहूर डॉक्यूमेंट्री फ़िल्म निर्माता माइकल मोर ने इस देश के रिपब्लिकन पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद के प्रत्याशी डोनल्ड ट्रम्प के बयान की कड़ी आलोचना की है।


माइकल मोर ने डोनल्ड ट्रम्प के नाम ख़त में, मुसलमानों के संबंध में ट्रम्प के बयान की आलोचना करते हुए उन्हें ‘क्रोधित श्वेत’ की संज्ञा दी है। डोनल्ड ट्रम्प के मुसलमानों के ख़िलाफ़ विवादास्पद बयान के बाद, मोर ने उन्हें संबोधित करते हुए फ़ेसबुक पर अपना ख़त प्रकाशित किया। माइकल मोर इस ख़त को प्रकाशित करने से पहले डोनल्ड ट्रम्प के बयान पर आपत्ति जताने के लिए न्यूयॉर्क में उनकी बहुमंज़िला इमारत के सामने गए और उस इमारत के सामने उनके हाथ में एक प्लेकार्ड था जिस पर लिखा था, “हम सब मुसलमान हैं।”
 
 
 
माइकल मोर ने अपने ख़त में डोनल्ड ट्रम्प के कमज़ोर व डरपोक व्यक्तित्व का उल्लेख किया और लिखा कि ऐसा लगता है ट्रम्प बिना किसी कारण मुसलमानों से डरते हैं। अमरीका के डॉक्यूमेन्ट्री फ़िल्म निर्माता ने ट्रम्प के उस बयान की आलोचना की जिसमें उन्होंने मुसलमानों के अमरीका में प्रवेश पर रोक लगाने की बात कही थी। माइकल मोर ने कहा कि सभी अमरीकियों का ऐसा नज़रिया नहीं है। माइकल मोर ने अपने ख़त में लिखा, “डोनल्ड! सौभाग्य की बात है कि तुम और तुम्हारे समर्थक, आज के अमरीका की सच्चाई को प्रतिबिंबित नहीं करते। हमारा देश क्रुद्ध श्वेत वर्ण के लोगों का देश नहीं है। अगले साल राष्ट्रपति का चयन करने वाले 81 फ़ीसद मताधिकार प्राप्त लोग या तो महिला, या अश्वेत या 18 से 35 साल की उम्र के जवान हैं। तुमने और तुम्हारे समर्थकों ने, जो इस देश पर शासन की इच्छा रखते हैं, निराशा व पागलपन की इन्तेहा पर पहुंच कर मुसलमानों के इस देश में प्रवेश पर रोक लगाने की मांग की।”
 
 
 
माइकल मोर ने लिखा, “मैं इस विचार के साथ बड़ा हुआ हूं कि नस्ल, जाति, आस्था और रंग पर ध्यान नहीं देना चाहिए, हम सब एक दूसरे के भाई-बहन हैं। इसका अर्थ यह है कि अगर तुम मुसलमानों के अमरीका प्रवेश पर रोक लगाना चाहते हो तो पहले मुझ पर रोक लगाओ और बाक़ी दूसरे लोगों पर रोक लगाओ।” अपने ख़त के अंत में माइकल मोर ने डोनल्ड ट्रम्प से राष्ट्रपति पद की दौड़ से बाहर निकलने की मांग की। (MAQ/N)


source : irib
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