Hindi
Tuesday 26th of November 2024
0
نفر 0

अभी के अभी......

अभी के अभी हुसैन दे दे जो रन की रज़ा अभी के अभी....... यज़ीद कर दूँ तेरा फेँसला अ
अभी के अभी......


अभी के अभी

 

हुसैन दे दे जो रन की रज़ा अभी के अभी.......

यज़ीद कर दूँ तेरा फेँसला अभी के अभी......

 

 

अली का शेर हूँ, अब्बास नाम है मेरा

चलेगी साथ मेरे अल्कमा अभी के अभी......

 

 

तपिश निचोड़ दूँ बढ़कर सुलगते सूरज से

फ़लक़ पे आऐगा इक ज़लज़ला अभी के अभी.....

 

 

मुजे मिली न इजाज़त ही जंग की वरना

अतापता ही न मिलता तेरा अभी के अभी....

 

 

न पूछ मेरी जलालत, मेरा जलाल न पूछ

उलट के रख दूँ मैँ ये करबला अभी के अभी..

source : alhassanain
0
0% (نفر 0)
 
نظر شما در مورد این مطلب ؟
 
امتیاز شما به این مطلب ؟
اشتراک گذاری در شبکه های اجتماعی:

latest article

सूर –ए- माएदा की तफसीर 2
इमाम रज़ा अलैहिस्सलाम की शहादत
कुमैल के लिए ज़िक्र की हक़ीक़त 2
सफ़र के महीने की बीस तारीख़
हदीसे किसा
यज़ीद के दरबार में हज़रत ज़ैनब का ...
इमाम हसन (अ) के दान देने और क्षमा ...
बदकारी
हज़रत यूसुफ और जुलैख़ा के इश्क़ ...
15 शाबान

 
user comment