स की राजधानी मास्को में फ़िलिस्तीन के संबंध में एक अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेन्स आयोजित हुई जिसमें भाग लेने वालों ने कहा है कि विश्व के मुसलमानों की एकता और समस्त स्वतंत्रता प्रेमी फ़िलिस्तीन और क़ुद्स को ज़ायोनियों से स्वतंत्र करा सकते हैं।
समाचार एजेन्सी इर्ना की रिपोर्ट के अनुसार रूस में ईरान के राजदूत मेहदी सनाई ने इस कांफ्रेन्स के आरंभ में स्वर्गीय इमाम ख़ुमैनी की ओर से विश्व क़ुद्स का नाम रखे जाने की ओर संकेत किया और कहा कि फ़िलिस्तीन इस्लामी जगत की महत्वपूर्ण समस्या है और इसकी स्वतंत्रता के लिए विश्व के समस्त मुसलमानों की ओर से ध्यान दिये जाने की आवश्यकता है।
इसी प्रकार रूस में ईरानी राजदूत ने फ़िलिस्तीन की अत्याचारग्रस्त जनता की सहायता को इस्लामी गणतंत्र ईरान की नीति बताया जो गत ३६ वर्षों से न तो परिवर्तित हुई है और न ही उसे आघात पहुंचा है। मास्को में फ़िलिस्तीन के राजदूत नोफ़ल अब्दुल हाफ़िज़ ने भी फ़िलिस्तीनी जनता के अधिकारों के प्रति ईरानी नेतृत्व और जनता की सहायता की प्रशंसा करते हुए बल देकर कहा कि क्षेत्र के संकटों में जायोनी शासन का हाथ है और सीरिया में आईएसआईएल जैसे आतंकवादी गुटों के समर्थन के प्रमाण मौजूद हैं। सीरिया के राजदूत रियाज़ हद्दाद ने भी इस कांफ्रेन्स में कहा कि बैतुल मुक़द्दस फ़िलिस्तीनियों की समस्या नहीं है बल्कि यह समस्त उन लोगों की समस्या है जो न्याय और शांति के इच्छुक हैं और विश्व क़ुद्स दिवस को साम्राज्य तथा एक राष्ट्र के विरुद्ध अत्याचार को समाप्त करने के लिए आयोजित करते हैं।
मास्को में इराक़ के राजदूत अलक़ाजी आमिर अत्तौपी ने भी इस कांफ्रेन्स में कहा कि फ़िलिस्तीन समस्या मध्यपूर्व की मूल समस्या है और स्वर्गीय इमाम ख़ुमैनी ने अच्छी तरह इस मामले को समझ लिया था और ईरान की इस्लामी क्रांति की सफ़लता के आरंभिक दिनों में ही फ़िलिस्तीनी जनता के प्रति अपने समर्थन की घोषणा की थी और रमज़ान महीने के अंतिम शुक्रवार को विश्व क़ुद्स दिवस के रूप में मनाये जाने की घोषणा की थी।
source : abna24