5 हज़ार से अधिक शहरों में करोड़ों ईरानियों ने रैलियों में शिरकत कर धूमधाम से मनाया 38 वां स्वतन्त्रता दिवस। ज्ञात रहे की पहलवी राजशाही के खिलाफ 10 फरवरी 1979 में ईरानी इस्लामी क्रांति आयातुल्लाह खुमैनी के नेतृत्व में सफल हुई थी। इस बार ईरान का स्वतन्त्रता दिवस ट्रम्प द्वारा ईरान पर लगाए गए नए प्रतिबन्धों और धमकियों के बीच धूमधाम से मनाया गया और ईरानी जनता ने ट्रम्प की धमकियों का मुंहतोड़ जवाब दिया।
ट्रम्प ने कुछ दिन पहले ही ईरान समेत 7 मुस्लिम बहुल देशो के नागरिकों पर प्रतिबन्ध लगाया था जिसे अमेरिकी की संघीय अदालत ने रोक दिया था। उसके कुछ दिन बाद ही ट्रम्प ने ईरान के मिसाइल कार्यक्रम को बहाना बनाकर ईरान पर नए प्रतिबन्ध लगाए है।
ईरानी क्रांति के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाह अली ख़ामेनेई ने ट्रम्प की धमकियों के जवाब में मंगलवार को दिए अपने बयान में कहा था कि ईरान किसी की धमकियों से नहीं डरता है अमेरिका की धमकियों का जवाब ईरानी जनता देगी। आज की रैलियों में सम्मिलित करोड़ों ईरानियों ने अपने चहेते लीडर की बातों को सच साबित करते हुए देश के कोने कोने में अमेरिका मुर्दाबाद के नारे लगाए।