अहलेबैत न्यूज़ एजेंसी अबना: प्रेस टीवी के साथ इंटरव्यू में अमरीका की प्रमुख राजनीतिक विश्लेषक और इंटरनेशनल एक्शन सेंटर की सह संस्थापक सारा फलौंडर्स ने राष्ट्रपति ट्रम्प के इस बयान कि अमरीका को परमाणु हथियारों के क्षेत्र में सबसे आगे रहना चाहिए की ओर इशारा करते हुए कहा कि नया अमरीकी प्रशासन पूरी दुनिया को भयभीत करना चाहता है। उन्होंने कहा कि अमरीकी परमाणु योजना को बढ़ावा देने के ट्रम्प के प्लान का उद्देश्य पूरी दुनिया को भयभीत करना है और ऐसा करके वह परमाणु ख़तरा पैदा कर रहे हैं।
मीडिया के साथ इंटरव्यू में अमरीका के नादान राष्ट्रपति ट्रम्प ने कहा कि वह अमरीका के एटमी हथियारों को सबसे अधिक नवीन, बेहतर और पावरफ़ुल बनाएंगे। उन्होंने कहा कि अगरचे दुनिया में किसी देश के पास एटमी हथियार नहीं होना चाहिए लेकिन इस समय दूसरे देश एटमी हथियार बना रहे हैं और अमरीका इस मैदान में पीछे रह गया है और वह चाहते हैं कि अमरीकी एटमी हथियार दूसरे देशों के एटमी हथियारों से बेहतर हों।
सारा फ़्लौंडर्स ने कहा कि अमरीका दुनिया का एककमात्र देश है जिसने एटमी हथियारों का प्रयोग किया है। उन्होंने कहा कि अमरीका पिछले 70 सालों से दुनिया के विभिन्न देशों के विरुद्ध एटमी हथियारों की धमकी देता आ रहा है और इसलिए सदैव निरस्त्रीकरण से इंकार किया है।
अमरीकी विश्लेषक ने कहा कि पेंटागन की युद्धक मशीनें न सिर्फ़ अमरीका की नेशनल सुरक्षा बल्कि पूरी दुनिया की सलामती के लिए सबसे बड़ा खतरा है। उन्होंने सवाल किया कि क्यों पेंटागन युद्ध मशीन और उसके सैन्य खर्च हमेशा अन्य देशों के मुकाबले ज्यादा रहे हैं। उन्होंने बताया कि अमरीका का फ़ौजी बजट इसलिए इतना अधिक है क्योंकि यह मुठ्ठी भर कार्पोरेशन पूरी दुनिया पर जिनका बोलबाला हैं उनके लिए सबसे अधिक फ़ायदेमंद है।
उन्होंने कहा कि युद्ध तेल और फ़ौजी कॉर्पोरेशन के लिए लाभान्वित कारोबार है इसलिए वॉल स्ट्रीट अमरीकी विदेश नीति को प्रभावित करता है। उन्होंने कहा कि अमरीका का सैन्य बजट कि जिससे पूरी दुनिया को ख़तरा है स्कूलों, चिकित्सा केन्द्रों और बुनियादी सुविधाओं के पैसे लूट कर अदा किया जाता है।
ज्ञात रहे कि इस समय अमरीका के पास कम से कम 6800 और रूस के पास लगभग 7000 एटमी हथियार हैं जिनकी गिनती दुनिया के दूसरे देशों के पास मौजूद एटमी हथियारों से कई गुना अधिक है।