अमरीकी समाचार पत्र बोस्टन ग्लोब ने आतंकवाद के बारे में वाशिंग्टन की दोहरी नीतियों की आलोचना करते हुए कहा कि दुनिया का कोई भी देश सऊदी अरब जैसा आतंकवादियों का समर्थक नहीं है।
अमरीका के बोस्टन से प्रकाशित होने वाले समाचार पत्र ने अपने लेख में लिखा कि दुनिया में आतंकवाद के बारे में होने वाले समस्त शोधों से पता चलता है कि अलक़ायदा, तालेबान, दाइश और अन्य आतंकवादी गुटों के समर्थन के लिए सबसे अधिक पैसा सऊदी अरब की ओर से ख़र्च किया गया है।
बोस्टन ग्लोब ने इस लेख में 11 सितम्बर 2001 की आतंकवादी घटना में सऊदी अरब की भूमिका के बारे में लिखा। समाचार पत्र आगे लिखता है कि अलक़ायदा के पूर्व सरग़ना ओसामा बिन लादेन और ग्यारह सितम्बर की घटना के लिए विमानों का अपचालन करने वाले अधिकतर सऊदी अरब के नागरिक थे और किसी भी देश ने सऊदी अरब जितना आतंकवादियों का खुलकर समर्थन नहीं किया।
अमरीका के इस समाचार पत्र ने ईरान द्वारा आतंकवाद के समर्थन पर आधारित अमरीका और कुछ अरब तथा पश्चिमी घटकों के आरोपों के बारे में लिखा कि ईरान पर आतंकवाद के समर्थन का आरोप लगाने का अर्थ यह है कि ईरान का गुनाह केवल यह है कि वह आतंकवाद के बारे में अमरीका के दोहरे रवैये का विरोध करता है इसीलिए उस पर आतंकवाद के समर्थन का आरोप लगता है।