ईरान में एक जासूसी नेटवर्क के तीस सदस्यो के पकड़े जाने के बाद इंटेलीजेन्स मंत्री हैदर मुसलेही ने घोषणा की है कि 42 अन्य जासूसों की पहचान कर ली गई है जो अमरीकी गुप्तचर संस्था सीआईए के लिए काम करते थे। श्री मुसलेही ने प्रेस टीवी के कार्यक्रम ईरान टूडे में बोलते हुए कहा कि 21 मई को तीस जासूस पकड़े गए जो सीआईए के लिए काम करते थे। यह जासूस परमाणु, संचारिक, रक्षा, पेट्रोलियम एवं गैस विभागों तथा बैंकों और हवाई अड्डों पर विध्वंसक कार्यवाहियां करने की चेष्टा में थे। पकड़े गए कुछ जासूसों ने जो सरकारी कार्यालयों के कर्मचारी थे प्रेस टीवी से बातचीत में कहा कि सीआईए के एजेंटों ने उन्हें अमरीका की वीज़ा, अमरीका में रेज़िडेन्स परमिट और अच्छी नौकरी दिलाने का वादा करके फंसाया। इंटेलीजेन्स मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि सीआईए ने एक जाली मीडिया वेबसाइट बनाकर उसके माध्यम से ईरानियों को जासूसी के लिए आकर्षित करने का प्रयास किया। इन जासूसों को यह दायित्व सौंपा गया था कि वे ईरान के भीतर लोगों में सरकार एवं शासन व्यवस्था के प्रति असंतोष फैलाएं तथा जहां तक संभव हो वैज्ञानिक गतिविधियों को प्रभावित करने का प्रयास करें। विशेषज्ञों का कहना है कि सीआईए अपने एजेंटों के माध्यम से मुख्य रूप से इस्लामी लोकतांत्रिक शासन व्यवस्था का अंत कर देने के लिए प्रयासरत है।अमरीकी राजनेता वैसे तो यह दावे करते नहीं थकते कि वे हमेशा सही दिशा में क़दम उठाते हैं किंतु ज़मीनी सच्चाई यह है कि वे जिस चीज़ के बारे में कभी सोचना पसंद नहीं करते वह रचनात्मक एवं सकारात्मक गतिविधियां हैं।
ईरान में एक जासूसी नेटवर्क के तीस सदस्यो के पकड़े जाने के बाद इंटेलीजेन्स मंत्री हैदर मुसलेही ने घोषणा की है कि 42 अन्य जासूसों की पहचान कर ली गई है जो अमरीकी गुप्तचर संस्था सीआईए के लिए काम करते थे। श्री मुसलेही ने प्रेस टीवी के कार्यक्रम ईरान टूडे में बोलते हुए कहा कि 21 मई को तीस जासूस पकड़े गए जो सीआईए के लिए काम करते थे।