आईआरआईबी के प्रमुख और अन्य अधिकारी रविवार की सुबह इस्लामी गणतंत्र ईरान के संस्थापक इमाम ख़ुमैनी के मज़ार पर उपस्थित हुए, फूल चढ़ाए, फ़ातेहा पढ़ा और इमाम ख़ुमैनी को श्रद्धांजलि पेश की।
इस्लामी गणतंत्र ईरान के रेडियो और टेलीवीजन संस्था के प्रमुख अब्दुल अली अली असगरी ने इस अवसर पर इस्लामी क्रांति को निर्णायक क्रांति क़रार देते हुए कहा कि वर्तमान समय में ईरान की इस्लामी क्रांति ने हमें एक नया मार्ग दिखाया जिसने मनुष्य का ध्यान ईश्वर की ओर कर दिया।
श्री अब्दुल अली असगरी ने कहा कि इस्लामी क्रांति की सफलता के साथ अपने मार्ग तय कर रहा है और हम क्रांतिकारी सोच के साथ दुश्मनों के षड्यंत्रो को विफल बना सकते हैं।
ईरान के रेडियो और टेलीवीजन संस्था के प्रमुख का कहना है कि न्याय, स्वतंत्रता, स्वाधीनता, विलायते फ़क़ीह, और इस्लामी शिक्षाओं पर अमल, ईरान की इस्लामी क्रांति की विशेषताओं में है। उन्होंने इस्लामी क्रांति की 40वीं वर्षगांठ के अवसर पर आशा व्यक्त की कि सब मिलकर देश के विकास में भूमिका अदा करें।
इसी मध्य इस्लामी प्रचार की समन्वय परिषद के डिप्टी डायरेक्टर नस्रुल्लाह लुत्फ़ी ने बताया कि 300 से अधिक विदेशी मीडियाकर्मी 11 फ़रवरी को इस्लामी क्रांति की वर्षगांठ की भव्य रैलियों को करवरेज करेंगे। उन्होंने कहा कि स्थानीय और विदेशी मीडिया के लगभग 6 हज़ार 5 सौ रिपोर्टर, कैमरामैन और फ़ोटोग्राफ़र ने इस भव्य रैली को कवरेज देने के लिए विशेष अनुमति दे रखी है।
नसरुल्लाह लुत्फ़ी का कहना था कि दुनिया भर के 200 राजनैतिक,धार्मिक, प्रसिद्ध हस्तियां और अनेक खिलाड़ी भी इस्लामी क्रांति की वर्षगांठ के विशेष कार्यक्रम में भाग लेंगे।
ज्ञात रहे कि ईरान की इस्लामी क्रांति 11 फ़रवरी 1979 को इमाम ख़ुमैनी के नेतृत्व में सफल हुई थी। तेहरान सहित ईरान के सब ही शहरों और गांवों के लोग 11 फ़रवरी को इस्लामी क्रांति की सफलता की 40वीं वर्षगांठ की रैलियों में भव्य रूप से भाग लेंगे। इस्लामी क्रांति की वर्षगांठ की रैलियां एक हज़ार से अधिक नगरों और दस हज़ार से अधिक क़स्बों में एक साथ निकाली जाएंगी।