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Monday 25th of November 2024
Masoumeen
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इमाम जाफ़र सादिक़ अ. का परिचय।

 इमाम जाफ़र सादिक़ अ. का परिचय।
 इमाम जाफ़र सादिक़ अ. की इमामत की मुद्दत: 34 साल थी (114 हिजरी से 148 हिजरी तक उस समय के हाकिम: हेशाम बिन अब्दुल मलिक. वलीद बिन यज़ीद बिन अब्दुल मलिक. यज़ीद बिन वलीद. इब्राहिम बिन ...

इमाम हसन असकरी अलैहिस्सलाम की अहादीस

इमाम हसन असकरी अलैहिस्सलाम की अहादीस
अपने प्रियः अध्ययन कर्ताओं के लिए हज़रत इमाम हसन अस्करी अलैहिस्सलाम के कुछ मार्ग दर्शक कथन प्रस्तुत किये जारहे हैं। 1- अल्लाह हज़रत इमाम हसन अस्करी अलैहिस्सलाम ने कहा कि ...

हज़रत इमाम हसन असकरी (अ.स.) के इरशाद

हज़रत इमाम हसन असकरी (अ.स.) के इरशाद
१. मुसलमान वह शख़्स है जिसकी ज़बान और जिसके हाथों से मुसलमान महफ़ूज़ (सुरक्षित) रहें। २. हर रंज व ग़म और ख़ुशी व मसर्रत की इन्तेहा (हद) है सिवाय जहन्नमियों के रंज व ग़म की ...

हज़रत अली द्वारा किये गये सुधार

हज़रत अली द्वारा किये गये सुधार
अपने पाँच वर्षीय शासन काल मे विभिन्न युद्धों, विद्रोहों, षड़यन्त्रों, कठिनाईयों व समाज मे फैली विमुख्ताओं का सामना करते हुए हज़रतअली ने तीन क्षेत्रो मे सुधार किये जो ...

भारत व ईरान सहित पूरी दुनिया में इमाम हुसैन (अ.ह.) के जन्मदिवस पर जश्न का माहौल।

भारत व ईरान सहित पूरी दुनिया में इमाम हुसैन (अ.ह.) के जन्मदिवस पर जश्न का माहौल।
दुनिया के विभिन्न देशों में ख़ास कर भारत, पाकिस्तान और ईरान में बहुत उत्साह के साथ रसूले इस्लाम स.अ. के नवासे हज़रत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के जन्मदिवस का जश्न मनाया जा रहा ...

सूरए हिज्र की तफसीर 1

सूरए हिज्र की तफसीर 1
क़ुराने मजीद के 15वें सूरे ‘हिज्र’ है। इस सूरे में 99 आयतें हैं। यह हिजरत से पूर्व मक्के में नाज़िल हुआ था। इस सूरे का नाम आयत क्रमाक 80 में असहाबे हिज्र अर्थात हज़रत सालेह की ...

हज़रत इमाम हसन अलैहिस्सलाम का जीवन परिचय

हज़रत इमाम हसन अलैहिस्सलाम का जीवन परिचय
नाम व अलक़ाब (उपाधियाँ) :    अल-मुज्तबा, अबू मोहम्मद (1) माता पिता :    हज़रत इमाम हसन अलैहिस्सलाम के पिता हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम तथा आपकी माता हज़रत फ़ातिमा ज़हरा थीं। आप ...

हुसैन(अ)के बा वफ़ा असहाब

हुसैन(अ)के बा वफ़ा असहाब
मैंने अपने असहाब से आलम और बेहतर किसी के असहाब को नही पाया। हमारी दीनी तालीमात का पहला स्रोत क़ुरआने मजीद है। क़ुरआन के बाद हम जिन रिवायात का तज़किरा करते हैं वह दो तरह की ...

हज़रत मासूमा

हज़रत मासूमा
सर्वसमर्थ व महान ईश्वर से निकट होने का एक मार्ग पैग़म्बरे इस्लाम सल्लल्लाहो अलैहि व आलेहि व सल्लम और उनके पवित्र परिजनों से प्रेम है। पैग़म्बरे इस्लाम सल्लल्लाहो अलैहि व ...

फातेमा बिन्ते असद का आज दिलबर आ गया

फातेमा बिन्ते असद का आज दिलबर आ गया
फातेमा बिन्ते असद का आज दिलबर आ गयामोमिनो खुशियॉ मनाओ अपना रहबर आ गया इन्नमा की ले के मोहरे इस्मते परवरदिगारमुत्तलिब का पोता और ज़हरा का शौहर आ गया अज़दहे को चीरने, ...

इमाम तक़ी अ.स. का एक मुनाज़ेरा

इमाम तक़ी अ.स. का एक मुनाज़ेरा
इमाम रज़ा अ.स. को शहीद करने के बाद मामून चाहता था कि किसी तरह से इमाम तक़ी अ.स. पर भी नज़र रखे और इस काम के लिये उसने अपनी बेटी उम्मे फ़ज़्ल का निकाह इमाम तक़ी  से करना चाहा।इस बात पर ...

सम्मोहन एवं बुद्धिमत्ता

सम्मोहन एवं बुद्धिमत्ता
पुराने समय की बात है। एक माली रहता था जो सुगंधित व सुदंर फ़ुलवाड़ियों व क्यारियों की बहुत अच्छे ढंग से देखभाल करता था। वृद्ध होने के बावजूद वह प्रतिदिन सूर्योदय से पूर्व ...

हज़रत अली अलैहिस्सलाम:

हज़रत अली अलैहिस्सलाम:
दुनिया के दिन, दो दिन हैं एक तुम्हारे हित में और दूसरा तुम्हारे अहित में , तो  अगर वह तुम्हारे फ़ायदे में हो तो उदंडता न करो और अगर तुम्हारे नुकसान में हो तो क्षुब्धु व ...

अत्याचारी बादशाहों के दौर में इमाम सादिक़ अ. नें आंदोलन क्यों नहीं किया।

अत्याचारी बादशाहों के दौर में इमाम सादिक़ अ. नें आंदोलन क्यों नहीं किया।
अहलेबैत न्यूज़ एजेंसी, अबना:  इमाम सादिक़ अ. के ज़माने के बादशाहों के विरुद्ध होने वाले अक्सर आंदोलनों में इमाम सादिक़ अ. की मर्ज़ी शामिल नहीं थी। और आप आंदोलन के अगुवाओं ...

शाह अब्दुल अज़ीम हसनी

शाह अब्दुल अज़ीम हसनी
आपका नामआपका नाम अब्दुल अज़ीम था। कुन्नीयत (उपनाम)आपकी कुन्नीयत अबुलक़ासिम और अबुलफतह थी । पिताशाह अब्दुल अज़ीम हसनी के पिता अब्दुल्ला इब्ने अली इब्ने हसन बिन ज़ैद ...

शहादते इमामे मूसा काज़िम

शहादते इमामे मूसा काज़िम
इमामे हफतुमी मूसीए काज़िम दिलबरे ज़हरावसीए सादिके आले नबी को ज़हर से मारामुकय्यद सत्तरह साल आप ज़िन्दा में रहे पैहममगर शिकवा बजुज़ जिक्रे खुदा लब तक नहीं आयानमाज़े पढ़ता था ...

हज़रत इमाम हसन असकरी (अ.स.) के इरशाद

हज़रत इमाम हसन असकरी (अ.स.) के इरशाद
१. मुसलमान वह शख़्स है जिसकी ज़बान और जिसके हाथों से मुसलमान महफ़ूज़ (सुरक्षित) रहें। २. हर रंज व ग़म और ख़ुशी व मसर्रत की इन्तेहा (हद) है सिवाय जहन्नमियों के रंज व ग़म की ...

इमाम हसन(अ)की संधि की शर्तें

इमाम हसन(अ)की संधि की शर्तें
1- माविया को इस शर्त पर सत्ता हस्तान्त्रित की जाती है कि वह अल्लाह की किताब (कुरऑन ) पैगम्बर व उनके नेक उत्तराधिकारियों की शैली के अनुसार कार्य करेगा। 2- माविया के बाद सत्ता ...

हज़रत फ़ातेमा ज़हरा (स) के फ़ज़ायल

हज़रत फ़ातेमा ज़हरा (स) के फ़ज़ायल
हज़रत फ़ातेमा ज़हरा (स) और मवद्दतहज़रत फ़ातेमा ज़हरा(स) उन हज़रात में से हैं जिनकी मवद्दत और मुहब्बत तमाम मुसलमानों पर वाजिब की गई है जैसा कि ख़ुदा वंदे आलम ने फ़रमाया:आयत ...

हदीसे ग़दीर को छिपाने वाले

हदीसे ग़दीर को छिपाने वाले
बाज़ रिवायात के मुताबिक़ हज़रत अमीरुल मोमिनीन (अ) ने एक मजमे असहाब से कहा कि जो लोग ग़दीर में मौजूद थे और उन्होने हदीसे ग़दीर को सुना है वह खड़े हों और इस मजमे के सामने गवाही ...