भारतीय रेत-कलाकार सुदर्शन पटनायक ने समुद्र तट पर एक रेत कलाकृति उकेरकर पूरी दुनिया और इंसानियत को शर्म का संदेश दिया है।
तुर्की के समुद्र तट पर औंधे मुंह पड़ी सीरियाई शरणार्थी बच्चे की लाश की रेत कलाकृति बनाकर पटनायक ने उस पर संदेश लिखा, इंसानियत समुद्र तट पर दम तोड़ गई। शेम, शेम, शेम।
वहीं तुर्क फ़ोटो पत्रकार नीलूफ़र देमिर वह पहली व्यक्ति थीं, जिन्होंने तट पर औंधे मुंह पड़े एयलन कुर्दी की लाश की फ़ोटो ली, जिसने पूरी दुनिया को झकझोर कर रख दिया।
देमिर का कहना था कि मैं पाकिस्तानी प्रवासियों की फ़ोटो उतारने बोडरम समुद्र तट पर गई थी, अचानक मेरी नज़र तीन वर्षीय बच्चे की लाश पर पड़ी जो पानी को छू रही थी।
उनका कहना था कि मैंने जब अपने कैमरे को क्लिक किया तो उस समय मैं अपने कानों में उन मासूम नन्हें बच्चे की चिल्लाने और पुकारने की आवाज़ महसूस कर रही थी।
3 वर्षीय आयलन कुर्दी नामक यह मासूम बच्चा अपने भाई और मां के साथ उस समय डूबकर मर गया था, जब वे समुद्र द्वारा यूनान पहुंचने का प्रयास कर रहे थे।
source : abna