अबना 2001 से लेकर अब तक इस्लाम के नाम होने वाली 94 प्रतिशत आतंकवादी वारदातों के लिंक सऊदी अरब से ज़रूर मिलते हैं चाहे यह अपराध आईएस, अलकायदा या अन्य जिहादी संगठनों ने ही अंजाम दिए हों।
फरीद ज़कारिया ने सी एन एन में प्रकाशित होने वाली अपनी एक रिपोर्ट में लिखा है कि पिछले पचास सालों से सऊदी अरब इस्लाम की सांप्रदायिक और पक्षपात से भरपूर तस्वीर बना कर दुनिया के सामने पेश कर रहा है जो अन्य किसी भी जगह इस धर्म के मानने वालों में नहीं मिलती। 11 सितंबर को अमेरिका में होने वाले आतंकवादी घटना में ओसामा बिन लादेन और उसके उन्नीस साथी सऊदी अरब के निवासी थे। इसके अलावा हिलेरी क्लिंटन के लीक होने वाले ईमीलों में मौजूद है कि हमें पता है कि सऊदी अरब और कतर चुपके से आईएस और दूसरी कट्टरपंथी सुन्नी संगठनों की वित्तीय सहायता कर रहे हैं। इस समय आईएस में सबसे अधिक सऊदी अरब के निवासी हैं। आईएस वहाबी विचारधारा का मानने वाला वहाबी आतंकी गुट