अहलेबैत न्यूज़ एजेंसी अबना की रिपोर्ट के अनुसार हालिया दिनों में सऊदी अरब में आयतुल्लाह शेख़ बाक़िर अलनिम् को मृत्युदंड दिए जाने और विश्व भर में हो रहे बेगुनाहों के नरसंहार के विरोध में फ़ैज़ाबाद शहर के लोगों ने एक जुलूस जवाहर अली खाँ के इमामबाड़े से निकाला जिसमें हर धर्म व समुदाय के लोगों ने भाग लिया। जुलूस से पहले उल्मा ने स्पीच दी जिसमें आतंकवाद की निंदा की गई इस अवसर पर मौजूद सुन्नी मौलाना ज़मीर अहमद ने जो टाट शाह मस्जिद के इमाम हैं, कहा कि इस्लाम अमन और मुहब्बत का धर्म है न कि आतंकवाद का उन्होंने कहा कि इस समय कुछ संगठन ऐसे उठ खड़े हुए हैं जो अपने आपको इस्लामी संगठन कहते हैं और वह इस्लाम के नाम पर बेगुनाहों का नरसंहार कर रहे हैं सच तो यह है कि इस्लाम ज़ुल्म व अत्याचार का विरोधी है इस्लाम मानवता का संदेश देता है और इंसान को ऐसे रास्ते पर चलने की नसीहत करता है जिससे किसी दूसरे को कोई दुख न हो उन्होंने यह भी कहा कि हम हर प्रकार के आतंकवाद की निंदा करते हैं चाहे वह किसी भी हुकूमत या संगठन की ओर से हो, या अभी जल्द ही पंजाब के पठान कोट में किया गया आतंकवादी हमला हो हम हर प्रकार के आतंकवाद की निंदा करते हैं और उसका विरोध करते हैं।
प्रद्शन में मौजूद उल्मा ने आतंकवाद और सऊदी सरकार के द्वारा किए गए अत्याचार की निंदा की। प्रदर्शन में जुगल किशोर शास्त्री, मौलाना मुहम्मद मोहसिन, मौलाना वसी हसन खाँ,मौलाना मुहम्मद हुज्जत, मौलाना आज़िम बाक़री, मौलाना सैयद नदीम रज़ा ज़ैदी और बड़ी संख्या में महिलाऐं, बच्चे, बूढ़े और जवान मौजूद थे।
source : abna24