Hindi
Tuesday 26th of November 2024
0
نفر 0

चुनाव में जनता की भागीदारी से ईरान और व्यवस्था का सम्मान बढ़ेगा।

वरिष्ठ नेता ने कहा है कि 26 फ़रवरी के चुनाव में जनता के सभी वर्गों की भागीदारी से इस्लामी गणतंत्र व्यवस्था का सम्मान बढ़ेगा 26 फरवरी को ईरान में संसद और वरिष्ठ नेता का चयन करने वाली विशेषज्ञ परिषद का चुनाव होगा। आयतुल्लाहिल उज़्मा सय्यद अली ख़ामेनई से सोमवार को तेहरान में ईरान की वायुसेना के कमान्डरों व कर्मचारियों ने भेंट की। यह भेंट, 8 फ़र
चुनाव में जनता की भागीदारी से ईरान और व्यवस्था का सम्मान बढ़ेगा।

रिष्ठ नेता ने कहा है कि 26 फ़रवरी के चुनाव में जनता के सभी वर्गों की भागीदारी से इस्लामी गणतंत्र व्यवस्था का सम्मान बढ़ेगा
26 फरवरी को ईरान में संसद और वरिष्ठ नेता का चयन करने वाली विशेषज्ञ परिषद का चुनाव होगा।
आयतुल्लाहिल उज़्मा सय्यद अली ख़ामेनई से सोमवार को तेहरान में ईरान की वायुसेना के कमान्डरों व कर्मचारियों ने भेंट की। यह भेंट, 8 फ़रवरी 1979 को ईरानी वायुसेना द्वारा इमाम ख़ुमैनी का आज्ञापालन करने का एलान किए जाने की वर्षगांठ के उपलक्ष्य में हुई। इस असवर पर वरिष्ठ नेता ने बल दिया कि “चुनाव में सबके भाग लेने से ईरान और व्यवस्था का सम्मान बढ़ेगा और उसका बीमा होगा।”
वरिष्ठ नेता ने चुनाव को ऐसा कर्तव्य बताया जिसमें सबको भाग लेना चाहिए। उन्होंने इस बात का उल्लेख किया कि देश को आर्थिक क्षेत्र में मज़बूत बनाना मूल विषयों में शामिल है ताकि दुश्मन आर्थिक मार्ग से अपनी इच्छा न थोप सके।
वरिष्ठ नेता ने कहा कि इस्लामी क्रान्ति के शुरु से अब तक, भौतिकवाद की समर्थक सभी सरकारें इस्लामी व्यवस्था के ख़िलाफ़ थीं किन्तु वे कुछ बिगाड़ न सकीं। उन्होंने अर्थव्यवस्था व संस्कृति को नुक़सान पहुंचाने के दुश्मन के षड्यंत्र के संबंध में जनता में जागरुकता पर बल दिया और कहा कि दुश्मन की ओर से लापरवाही अच्छी चीज़ नहीं है क्योंकि दुश्मन जब दुश्मनी के ज़रिए कुछ नहीं बिगाड़ पाता तो वह दोस्ती के भेस में नुक़सान पहुंचाता है।

26 फरवरी को ईरान में संसद और वरिष्ठ नेता का चयन करने वाली विशेषज्ञ परिषद का चुनाव होगा।
आयतुल्लाहिल उज़्मा सय्यद अली ख़ामेनई से सोमवार को तेहरान में ईरान की वायुसेना के कमान्डरों व कर्मचारियों ने भेंट की। यह भेंट, 8 फ़रवरी 1979 को ईरानी वायुसेना द्वारा इमाम ख़ुमैनी का आज्ञापालन करने का एलान किए जाने की वर्षगांठ के उपलक्ष्य में हुई। इस असवर पर वरिष्ठ नेता ने बल दिया कि “चुनाव में सबके भाग लेने से ईरान और व्यवस्था का सम्मान बढ़ेगा और उसका बीमा होगा।”
वरिष्ठ नेता ने चुनाव को ऐसा कर्तव्य बताया जिसमें सबको भाग लेना चाहिए। उन्होंने इस बात का उल्लेख किया कि देश को आर्थिक क्षेत्र में मज़बूत बनाना मूल विषयों में शामिल है ताकि दुश्मन आर्थिक मार्ग से अपनी इच्छा न थोप सके।
वरिष्ठ नेता ने कहा कि इस्लामी क्रान्ति के शुरु से अब तक, भौतिकवाद की समर्थक सभी सरकारें इस्लामी व्यवस्था के ख़िलाफ़ थीं किन्तु वे कुछ बिगाड़ न सकीं। उन्होंने अर्थव्यवस्था व संस्कृति को नुक़सान पहुंचाने के दुश्मन के षड्यंत्र के संबंध में जनता में जागरुकता पर बल दिया और कहा कि दुश्मन की ओर से लापरवाही अच्छी चीज़ नहीं है क्योंकि दुश्मन जब दुश्मनी के ज़रिए कुछ नहीं बिगाड़ पाता तो वह दोस्ती के भेस में नुक़सान पहुंचाता है।


source : abna24
0
0% (نفر 0)
 
نظر شما در مورد این مطلب ؟
 
امتیاز شما به این مطلب ؟
اشتراک گذاری در شبکه های اجتماعی:

latest article

तातारस्तान में केराअते कुरान ...
सीरिया में विस्फ़ोट, 25 लोग हताहत ...
इराक़ में आईएस गिन रहा है अपनी ...
अफ़ग़ानिस्तान में तालिबान के ...
मुक़्तदा सद्र की ट्रंप को धमकी
मिस्रः आतंकवादियों के हमले में दो ...
इराक़, बच्चों को आतंकी हमलों की ...
ह्यूमन राइट्स वॉच ने इस्राईली ...
ईरान ने की काबुल आतंकी हमले की ...
मूसेल, सेना द्वारा 2 इलाक़ों से ...

 
user comment