नाइजीरिया में वरिष्ठ शिया धर्मगुरू एवं नाइजीरिया इस्लामी आंदोलन के प्रमुख आयतुल्लाह शेख़ इब्राहीम ज़कज़की की आज़ादी की मांग में तेज़ी आ गई है।
नाइजीरिया इस्लामी आंदोलन के प्रवक्ता इब्राहीम मूसा ने एक बयान जारी करके नाइजीरियाई सरकार को अदालत के फ़ैसले की अवहेलना के प्रति सचेत किया है और कहा है कि अदालत के आदेशानुसार, वरिष्ठ धर्मगुरू को तुरंत जेल से आज़ाद किया जाए।
मूसा का कहना था कि देश में अल्पसंख्यक शिया मुसलमानों और उनके नेता शेख़ ज़कज़की पर अत्याचार का मक़सदर, शियों की छवि ख़राब करना था, लेकिन सरकार की यह साज़िश नाकाम हो गई और आज अदालत के फ़ैसले से दूध का दूध पानी का पानी हो गया है।
इस बीच शेख़ इब्राहीम ज़कज़की ने जेल से अपने अनुयाईयों के लिए एक संदेश में कहा है कि जेल से रिहा न किए जाने का उन्हें कोई दुख नहीं है, इसलिए कि ईश्वर हर स्थिति में अपने बंदों की भलाई की व्यवस्था करता है।
उल्लेखनीय है कि 2015 में नाइजारियाई सैनिकों ने इमामबाड़े और शेख़ ज़कज़की के घर पर हमला करके हज़ारों शिया मुसलमानों को शहीद कर दिया था और उनके नेता को घायल करके गिरफ़्तार लिया था।
नाइजीरिया की जनता ने शेख़ ज़कज़की की रिहाई के लिए कई बार शांतिपूर्ण प्रदर्शन किए हैं और सरकार पर उनकी रिहाई के लिए दबाव बनाया है। जनता की मांग और अदालत द्वारा शेख़ ज़कज़की को तुरंत रिहा करने के आदेश के बावजूद, नाइजीरियाई सरकार उनकी रिहाई को लेकर टाल मटोल करती आ रही है। जानकार सूत्रों का कहना है कि सरकार कुछ विदेशी शक्तियों के दबाव में अदालत के आदेश की अवहेलना कर रही है।